भारत में प्रदूषण की समस्या बना पराली अब गुजरे जमाने की बात हो जाएगा क्योंकि स्वीडन की मदद से अब पराली संकट से भारत निपटेगा।भारत की यात्रा पर आए स्वीडन के राजा कॉल 16 और रानी सिलविया का सोमवार को राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया गया उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के बीच इनोवेशन और विज्ञान को लेकर कई विपक्षी करार किए।
इनमें सबसे महत्वपूर्ण पराली है जिसे भारत अपनी चिंता मानता है और किसानों को भी इससे आय बढ़ेगी साथ ही देश के agro-based के क्षेत्र में एक नया बाजार भी निर्मित होगा इस समय पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश में पराली जलाना एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है|
ऐसे में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम वेस्टवेल से न सिर्फ वायु प्रदूषण का स्तर ठीक होगा बल्कि भूमि की गुणवत्ता भी ठीक हो जाएगी किसानों को अभी पराली जलाने पर काफी नुकसान होता है लेकिन वह किसी और तरह की मदद न मिलने के कारण पराली जलाते हैं अब भारत सरकार इस दिशा में पहल कर पराली से बायोकोल बनाने में किसानों की मदद करेगी और उनका जीवन स्तर भी ऊपर उठेगा।