''सभी भारतीय यूक्रेन छोड़ दें''........
पूरा यूक्रेन बढ़ते रूसी हमलों के कारण अशांत हो गया है. वहां रहना जोखमभरा बन गया है. सभी भारतीयों को यूक्रेन छोड़ पड़ौसी देशों में शरण ले लेनी चाहिए. भारत...
पूरा यूक्रेन बढ़ते रूसी हमलों के कारण अशांत हो गया है. वहां रहना जोखमभरा बन गया है. सभी भारतीयों को यूक्रेन छोड़ पड़ौसी देशों में शरण ले लेनी चाहिए. भारत...
पूरा यूक्रेन बढ़ते रूसी हमलों के कारण अशांत हो गया है. वहां रहना जोखमभरा बन गया है. सभी भारतीयों को यूक्रेन छोड़ पड़ौसी देशों में शरण ले लेनी चाहिए. भारत सरकार उन्हें लाने के बंदोबस्त युद्व स्तर पर कर दे. यूक्रेन पर रूस कब्जे के लिए महाविनाश स्तर पर उतर आया है. यूक्रेन भी अपनी जिद्द पर अड़ा हुआ है. एक तरफ रूस वहां मिलिट्री के साथ ही सिविलयन्स पर भी हमले करने में नहीं चूक रहा है वही दूसरी ओर हथियारों की कमी के बावजूद यूक्रेन मनोबल से महाशक्ति का सामना कर रहा है. आखिर कब तक मनोबल काम आएगा विस्फोटक हथियारों के सामने.? यूक्रेन के मित्र देश भी केवल उसे मामूली युद्व सामग्री के बल से अपने मनोबल के साथ लड़ने में सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में आखिर कब तक यूक्रेन का मनोबल बना रहेगा ? इसलिए भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की सीमा जितनी जल्दी हो पलार कर लेनी चाहिए.
हमारे राजदूत भी युद्व स्तर पर अपने नागरिकों को वहां से निकालने की यथाशीघ्र कोशिशें जारी रखें. स्थिति गंभीर बनती जा रही है. रूसी मंत्रियों की आक्रामकव विध्वंसक बयानबाजी जारी है. इसके चलते विश्वशांति भी खतरे में पड़ती नजर आ रही है. क्योंकि दुनिया के देशों की युद्व विराम व शान्ति बहाल करने की अपील का रूस की विध्वंसकारी नीति पर बहुत ज्यादा असर नही पड़ रहा है. इसलिए जितना जल्दी हो वहां से नागरिकों को स्वदेश लौट आना चाहिए और सरकार भी उन्हें जल्दी लाने हेतु भरसक प्रयास करे ताकि वहां विध्वंस में फंसे हमारे देशवासी शीघ्र सुरक्षित स्वदेश लौट सकें....... शकुंतला महेश नेनावा