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  • लोकतांत्रिक महापर्व की पूर्णाहुति-आपका एक मत

    डा. प्रविता त्रिपाठी, राजनीति विज्ञान विभाग, आर एन एस डिग्री कालेज, सरवां, लखनऊ भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है यहां की संघीय सरकार प्रत्येक पांच वर्ष के अंतराल पर चुनाव के माध्यम से चुनी जाती है देश के नागरिक इस चुनावी प्रक्रिया में सीधे तौर पर भाग लेते है। आज विश्व...

  • गाजा में लड़ाई जर्मनी में बड़े आतंकवादी हमलों का कारण बन सकती है

    अधिकांश जर्मनों को डर है कि गाजा में लड़ाई जर्मनी में बड़े आतंकवादी हमलों का कारण बन सकती है, डीपीए की ओर से यूगोव द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया, यह खुलासा करते हुए कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध मध्य पूर्व से परे कैसे बढ़ रहा है। ओपिनियन रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए सर्वेक्षण में...

  • स्वच्छ भारत मिशन में अयोध्या नंबर वन बने - अभिषेक सावंत

    उपेक्षित पड़े बटरफ्लाई गार्डन उपवन की साफ़ सफाई करेंगे अभिषेक सावंत अयोध्या के निवासी और अयोध्या से रामेश्वरम के साइकिल यात्री रामानुगामी अभिषेक सावंत अब एक नयी यात्रा पर है| यात्रा का उद्देश्य अयोध्या को स्वच्छ भारत मिशन में पहले स्थान पर ले जाना है| केंद्र और प्रदेश की सरकार के प्रयास से उपेक्षित...

  • मोबाइल फोटोग्राफी: एक कलात्मक क्रिया

    बचपन एक्सप्रेस संवाददाता आदित्य कन्नोजिया, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग, बुन्देलखंड यूनिवर्सिटी ----मोबाइल फोन विज्ञान ने हमारे जीवन को एक नई दिशा दी है और फोटोग्राफी इसमें एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। एक दशक पहले, फोटोग्राफी को एक पेशेवर तस्वीरकार की उपाधि माना जाता था, लेकिन आजकल मोबाइल फोन...

  • भारतीय फिल्म जगत -” बदलता दौर, नई पहचान "

    बचपन एक्सप्रेस संवाददाता अजय कुमार ,जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग बुंदेलखंड विश्वविद्यालय----भारतीय फ़िल्म जगत का इतिहास एक रोमांचक कहानी है। इसकी शुरुआत 1913 में बनाई गई फ़िल्म "राजा हरिश्चंद्र" के साथ हुई। 1931 में फ़िल्म "आलम आरा" के ज़रिए टॉकी फ़िल्म का आगमन हुआ और फ़िल्मी तकनीकों में बदलाव...

  • फिल्म समीक्षा कैसे लिखे जाने .....संपादक बचपन एक्सप्रेस

    फिल्म समीक्षा लिखने के कुछ तरीके ...........समीक्षा लिखने से पहले वास्तव में फिल्म देखना महत्वपूर्ण है। यदि आपने फिल्म नहीं देखी है तो आप समीक्षा नहीं लिख सकते।एक बार फिल्म देखने के बाद, इसके बारे में अपनी राय बनाने के लिए कुछ समय निकालें। आपको फिल्म के बारे में क्या पसंद आया? आपको क्या पसंद नहीं...

  • पर्यावरण पर सोशल मीडिया पर चीखते लोग पर जमीन पर नदारत जनता , सिर्फ बातें ज्यादा काम कम

    राघवेंद्र सिंह : संवाददाता बचपन एक्सप्रेस 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस बीत गया। सरकार द्वारा कई सरकारी योजनाएं व विज्ञापनों के जरिए सोशल मीडिया पर ढेर सारी शुभकामनाएं दी जाएंगी । कुछ लोग पर्यावरण को लेकर बड़ी -बड़ी बाते व वादे किए होंगे। जैसे जैसे दिन ढलने को होगा लोगों के उत्साह भी खत्म...

  • फिल्मों को पढ़ने का तरीका विस्तार से पढ़ने के लिए आप जुड़े रहे बचपन एक्सप्रेस के साथ।

    जबसे फिल्मों का विकास हुआ है तब से अब तक फिल्म को समझने और उसके बारे में लिखने के तरीके में काफी बदलाव आया है। फिल्म का इतिहास भारत में विश्व के इतिहास के साथ चलता रहा है 1895 में जब लुमियर ब्रदर्स ने फ्रांस में अपनी फिल्मों का प्रदर्शन किया उसके कुछ दिनों बाद ही 1896 में भारत में लुमियर ब्रदर्स ने...

  • "सूत के धागे से स्वराज्य" : डा. प्रविता त्रिपाठी

    स्वराज्य एक पवित्र ,वैदिक शब्द है जिसका अर्थ आत्म शासन तथा आत्म नियंत्रण न कि सभी बंधनों से मुक्ति। हमारा देश महापुरुषों और महात्माओं की जन्मस्थली रहा है।हमारे देश पर जब जब काल के बादल गहराते गए तब तब राम ,कृष्ण,गौतम,गांधी जी ने अवतार स्वरूप इस पावन धरती पर जन्म लिया। जब देश परातंत्रता की वेडियों...

  • विपक्ष के जाल को तोड़ने के लिये बीजेपी उठाएगी बड़ा कदम, तैयार किया मसौदा

    देश- बीजेपी साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। बीजेपी का एक मात्र उद्देश्य अपना वोट बैंक मजबूत करना और केंद्र की सत्ता में पुनर्वापसी करना है। भाजपा की नजर सिर्फ लोकसभा चुनाव पर ही नहीं बल्कि उन 19 राज्यों पर भी है जहां विधानसभा चुनाव होने को है।इस बार भाजपा विपक्ष की...

  • सपना : हरियाणवी कविता

    सपनालेखक : रणवीर दहिया के बूझैगी कमला घणा कसूता सपना आया।।सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।1एक संसार मैं सोया था उठया दूजे संसार मैंपाया पेरिस कोण्या उतना रोमांटिक प्यार मैंन्यूयार्क पै भी दीखै आज काला बादल छाया।।सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।2किला चीनी दीवार का चौड़े मैं दीखै...

  • population Blast: We are adding approximately 20 million people every year.

    India is on the verge of a population Blast. We are adding approximately 20 million population every year. From 83 crore in 1991, we have crossed 1000 million in 2001. The rise was nearly 170 million in a decade. But after that, we added another 200 million in a decade and reached 1.21 billion....

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