युवाओ को रोजगार देने का सवाल राजनीति में उथल पुथल का बड़ा कारण

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युवाओ को रोजगार देने का सवाल राजनीति में उथल पुथल का बड़ा कारण


युवाओ को मोदी की नीयत सच्ची लग रही है।अभी तक कुछ ज्यादा ठोस नही हो पाने के बावजूद भी युवा मोदी से निराश और खफा नही है।युवा जानते भी है कि मोदी के पास जादू की छड़ी नही है ।।उंन्होने जो सपने दिखाए है।उसमें समय लगेगा।युवा यह भी जानते है कि मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया जैसे ड्रीम प्रोजेकट पर्याप्त रोजगार मुहैया करने का प्रभावी जरिया बनता ,लेकिन महामारी ने इन सब आशाओं पर पानी फेर दिया।मोदी ने 2022 तक न्यू इंडिया का नारा दिया है वह स्वीकारोक्ति ही है।सरकारे वादे करती है।चुनाव आने पर अनेक घोषणाएं की जाती है।वह चुनावी जुमला ही है।कांग्रेस का जुमला सिर चढ़कर बोलता है।


लाखो नॉकरियो की बात की जाती है।बेरोजगार की बात पर चुटकी ली जाती है।जैसे उनकी सरकार ने लाखों नॉकरी दे दी है और सत्तारूढ़ सरकार के पास् देने के लिए नॉकरी नही है।कांग्रेस ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रियंका ने कहा कि योगी से शिकायत है कि 12 लाख लोग बेरोजगार है और नॉकरी की राह देख रहे है।और योगी यह ऐसा कैसे कर सकते है।लिहाजा कांग्रेस ने बीस लाख नॉकरी देने की चुनावी घोषणा की है।समाजवादी अखिलेश यादव ने उनकी सरकार आने पर लाखों बेरोजगारों को नॉकरी देना की घोषणाकी गई है।।क्या उनके कार्यकाल में कोई बेरोजगार नही था?2015 में यूपी में एक अदद चपरासी की नॉकरी के लिए पीएचडी,पीजी एवं स्नातक किये हुए युवाओ ने आवेदन किया था।प्रियंका ने योगी सरकार से युवाओ की नॉकरी को लेकर शिकायत की है लेकिन राजस्थान में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है।


जहाँ कांग्रेस सत्तासीन है।आजादी के बाद युवाओ ने सबसे ज्यादा भरोसा मोदी पर किया है।और मोदी यह भी जानते है कि मैं युवाओ के लिए नई नॉकरी का सृजन कर सका तो मेरा सपना पूरा हो जाएगा।क्योकि युवाओ का देश है और युवा देश की धड़कन है । इस वर्ष शहरी बेरोजगारी दर 7.55 फीसदी रही है।जबकि ग्रामीण 8.35फीसदी पर पहुंच गई है।मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य रोजगार मुहैया कराने में सबसे आगे है।मध्यप्रदेश कर्नाटक मेघालय ओडिशा और छत्तीसगढ़ आदि राज्यो में बेरोजगारी कम है।फॉर्मल सेक्टर जॉब्स में महिलाओ की 2020 21 में 18.1 से बढ़कर 2021-22 में 21.1 फीसद की हिस्सेदारी बढ़ी है।शहरों के मुकाबले ग्रामीणों में रोजगार का संकट ज्यादा है।सरकार उसके लिए प्रयत्नशील है।

*कांतिलाल मांडोत *

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