जापान ने भारत के लिए खोले निवेश के दरवाजे*

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जापान ने भारत के लिए खोले निवेश के दरवाजे*


भारत मे जापान ने 42 लाख अरब डॉलर का भारी भरकम निवेश करने की घोषणा की है।जापानी प्रधानमंत्री बनने के बाद यह भारत की पहली यात्रा है।जापान के पीएम दो दिन की यात्रा के दौरान 3.2 लाख करोड़ का निवेश करने की घोषणा की है।प्रधानमंत्री मोदी और फुमियो किशिदा के बीच हुई साझा पत्रकार परिषद के दौरान घोषणा की है।दोनों देशों के बीच छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।भारत की बढ़ती साख और देश की ऊंचाइयों को विश्व समुदाय देख रहा है।भारत के इन सात सालों में ही इतनी भारी साख बढ़ी है।12 करोड़ की आबादी वाले जापान की टेक्नोलॉजी की जितनी प्रशंसा की जाएउतनीं कम है।देश की किटकैट और नूडल की शुरुआत जापान की देन है।जापान के रेस्टोरेंट अनेक प्रकार की स्पेशल आइटम बनाकर थाली में परोसी जाती है।भारत के यूपी से 50 प्रतिशत की आबादी वाला देश दुनिया मे पांचवे स्थान पर है।भारत मे निवेश करने के लिए अनेक देश पांव पीछे करते थे।



सौ करोड़ के लिए अमेरिका के पास कई बार मांगने पर निवेश के लिए राजी नही होते थे।आज भारत मे आकर निवेश करने की होड़ पश्चिमी देशों में लगी है।बौद्ध धर्म को मानने वाला जापान गणेश,गरुड़ आदी देवताओं की पूजा आज भी करता है।छोटे छोटे देश तरक्की कर रहे है।जापान छोटा देश है और विकसित है।भारत विकासशील देश की कैटेगरी में है।मोदी ने अनेक देशों को भारत के साथ मैत्री स्थापित कर मजबूत रिस्ते बनाए है।जापान भी इसमें शामिल है।जापान की संस्कृति और भारत की संस्कृति में एकरूपता है।भले भाषा अलग है।जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आम्बे ने भारत की यात्रा कर चुके है।उंन्होने भारत मे निवेश की घोषणा की थी।भारत और जापान के बीच पहले से मजबूत रिस्ते है। पश्चिमी देशों में युद्ध की विभीषिका रुद्र रूप धारण कर रही है।इस समय भारत मे निवेश के लिए आए जापान के प्रधानमंत्री की अपनी अलग ही छवि है।भारत शांतिप्रिय देश है।जापान भी भारत की संस्कृति से जुड़ा हुआ देश है।भारत मे निवेश के लिए अनेक देश कतार में खड़े है।भारत की बदलती तस्वीर से पश्चिम देश आकृष्ट हुए है।

*कांतिलाल मांडोत *

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