साइबर सीक्योरिटी में रुचि हो तो मिलेंगे शानदार जॉब्स
एक समाचार के अनुसार, हरियाणा में 12वीं कक्षा के एक छात्र को गूगल ने सवा करोड़ रुपए के सालाना पैकेज की पेशकश की है, यानी दस लाख रुपए महीना से भी अधिक...
एक समाचार के अनुसार, हरियाणा में 12वीं कक्षा के एक छात्र को गूगल ने सवा करोड़ रुपए के सालाना पैकेज की पेशकश की है, यानी दस लाख रुपए महीना से भी अधिक...
एक समाचार के अनुसार, हरियाणा में 12वीं कक्षा के एक छात्र को गूगल ने सवा करोड़ रुपए के सालाना पैकेज की पेशकश की है, यानी दस लाख रुपए महीना से भी अधिक वेतन। सोनीपत जिले के खरखौदा निवासी तरुण गहलावत को गूगल ने साइबर सीक्योरिटी एक्सपर्ट के पद पर नियुक्ति दी है। तरुण की उम्र 17 वर्ष है और 18 साल का होने पर उसकी सालाना तनख्वाह दो करोड़ रुपए हो जाएगी। उसने साइबर सीक्योरिटी एक्सपर्ट की जॉब के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें वह सलेक्ट हो गया। इसके बाद उसे छह माह की एक ट्रेनिंग दी गयी। ट्रेनिंग के बाद ली गई परीक्षा में वह अव्वल रहा, जबकि ब्राजील का एक कैंडीडेट दूसरे स्थान पर रहा। कुछ ऐसी ही खबर पिछले दिनों इंदौर से आई थी, जिसमें बताया गया था कि वहां के एक युवा उद्यमी ने गूगल को उसकी कुछ कमियां गिनाईं तो कंपनी ने उसे कई करोड़ रुपए बतौर पुरस्कार दिए। इन खामियों की ओर गूगल का ध्यान ही नहीं गया था, जब पता चला तो उसे अहसास हुआ कि युवा को पुरस्कृत किया जाना चाहिए। तो ऐसी है महिमा तकनीकी जॉब्स की।
अगले पांच वर्षों में जॉब मार्केट में तकनीकी ज्ञान रखने वाले कर्मचारियों की मांग बढ़ेगी। टीमलीज डिजिटल नामक एक एचआर फर्म के अनुसार, इस दौरान इंजीनयरिंग, टेलीकॉम और हेल्थकेयर सेक्टर में 1.2 करोड़ नये जॉब पैदा होंगे। इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर 27 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ने का अनुमान है क्योंकि ये सेक्टर बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। फिलहाल इनमें 4.2 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है। डिजिटल टैक्नोलॉजी के बढ़ते प्रयोग के कारण बाजार में आईटी पेशेवरों की मांग बढ़ रही है। प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स और मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में रोजगार के अधिक अवसर पैदा हो रहे हैं। प्रौद्योगिकी में भी इन्फॉर्मेशन टैक्नोलॉजी (आईटी) के क्षेत्र में जॉब्स के दरवाजे ज्यादा तेजी से खुले हैं। आईटी सेक्टर में जिस तरह से अनुभवी पेशेवरों की मांग बनी हुई है, उस हिसाब से योग्य उम्मीदवार मिल नहीं पा रहे हैं।
पिछले छह माह में इन्फॉर्मेशन टैक्नोलॉजी कंपनियों में भर्ती प्रक्रिया में तेजी दर्ज हुई है। देश की चार शीर्ष आईटी कंपनियों ने अप्रैल-जून, 2021 में 48 हजार से अधिक नये कर्मचारियों की नियुक्ति की। दूसरी तिमाही, यानी जुलाई-सितंबर के दौरान नयी नियुक्तियों की संख्या का आंकड़ा बढ़ कर लगभग 54 हजार हो गया। कुल मिलाकर बीती छमाही में एक लाख से अधिक युवाओं को आईटी कंपनियों में जॉब मिले। चारों कंपनियां अगले छह माह में करीब इतनी ही और नयी नौकरियां देने की मंशा रखती हैं। आईटी इंडस्ट्री में एट्रिशन रेट यानी नौकरी छोड़ने की दर में लगातार वृद्धि हो रही है। आईटी सेक्टर में औसत एट्रिशन रेट 8.67 प्रतिशत है, जबकि भारत में एट्रिशन रेट औसत से ढाई गुना अधिक है। इस बीच, भारत को दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनाने की तैयारी चल रही है। फिलहाल भारत इस मामले में दुनिया में तीसरे नंबर का सबसे बड़ा देश है। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अबूधाबी में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि हमारा लक्ष्य विश्व का पहला सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम विकसित करने का है। देश में इसके लिए निवेशकों और उभरते उद्यमियों के तालमेल पर जोर दिया जा रहा है।