भारत की अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में शानदार उपलब्धि, भारत बना हथियारों का निर्यातक
भारतीय अनुसंधान ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था।वैज्ञानिक अपने अभूतपूर्व कारनामे से खुश होकर झूमे थे।उसका कारण यह था कि 104 उपग्रहों को...
भारतीय अनुसंधान ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था।वैज्ञानिक अपने अभूतपूर्व कारनामे से खुश होकर झूमे थे।उसका कारण यह था कि 104 उपग्रहों को...
भारतीय अनुसंधान ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था।वैज्ञानिक अपने अभूतपूर्व कारनामे से खुश होकर झूमे थे।उसका कारण यह था कि 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित होते इस नजारे को देख आश्चर्य चकित हो गए।क्योकि कई रंगों की रोशनी आकाश में फैली थी।104 उपग्रहों की सफलता ऐसी घटना थी जिसने पूरे विश्व को चोंका कर रख दिया था।विदेशी मीडिया में भारत को सलाम किया।अमेरिका ने 29 उपग्रह प्रक्षेपित करने का रिकॉर्ड बनाया था।जर्मनी ने यहा तक कह दिया कि असफलता आलोचना का तूफान लेकर आती है ।लेकिन इसरो ने सफलता का इतिहास रच कर दुनिया मे भारत को ताकतवर देशो को चुनोती दे दी है।भारत ने मंगलयान के सफल मिशन पूरा किया तो चीनी मीडिया ने उसे एशिया के लिए गौरव बताया।इस सफलता के बाद भारत ने रक्षा क्षेत्र में भी सफलता हासिल की है।विश्व मे 42 देश भारतीय हथियारों के मुरीद हुए है।जिसमे कतर, जापान और इराक प्रमुख है।भारत ने इतने कम वर्षो में दुनिया मे अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में सफलता हासिल की है।जिनके लिए दुनिया लालायित थी।डीआरडीओ ने पांचसौ किलो का बम बनाया है।उस बम को वायुसेना को सौंप दिया है।भारत कुछ वर्ष पूर्व सैन्य उपकरण के लिए विदेशो पर निर्भर था।लेकिन इन आठ सालों में रक्षा सौदे विदेशो से करते थे।भारत निर्यात करने में सबसे अग्रणी देश बन गया है।आठ साल पहले भारत को गरीब देश कहा जाता था।इसके लिए विदेशी कर्ज के लिए मारा मारा फिरना पड़ता है।अब तो भारत दूसरे देशों की मदद कर रहा है।
जबलपुर में निर्मित जनरल परपज बम सीमा की रक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।भारत सामरिक शक्ति को मजबूत करने में लगा है।पाकिस्तान और चीन पर भारत भरोसा नही करता है।पाकिस्तान पीठ पीछे से वार करता है।दक्षिण पूर्व एशिया में भारत हथियार बेचने का काम पिछले आठ सालों से कर रहा है।अब भारत के सामने किसी की ताकत नही है कि आंख उठाकर देख सके।भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक 36,500 करोड़ का हथियार निर्यात किया जाएगा।भारत अपने को मजबूत कर चुका है।भारत मे रक्षा क्षेत्र और हथियारों के निर्यात में छह गुना वृद्धि हुई है।विपक्ष इस लिए सत्ताधारी पार्टी का विरोध करती है कि हमने तो 70 साल में भी कुछ नही किया और मोदी ने दुनिया मे नाम कर दिया है।इसलिए मोदी का देश मे पुरजोर विरोध हो रहा है।लेकिन मोदी इनकी तरफ ध्यान भी नही देते है।वो अपने काम और देश की तरक्की में मशगूल है।जितना चाहे विरोध होता रहेगा।मोदी विकास से भारत को देदीप्यमान करते रहेंगे।
*कांतिलाल मांडोत *