''पीएम के साथ सीएम का होना जरूरी"
किसी भी प्रदेश में प्रधानमंत्री के दौरे पर वहां के मुख्यमंत्री का होना जरुरी है ताकि सुरक्षा व्यवस्था किसी भी तरह की चूक का कोई आदेश न रह सके. न सीएम...
किसी भी प्रदेश में प्रधानमंत्री के दौरे पर वहां के मुख्यमंत्री का होना जरुरी है ताकि सुरक्षा व्यवस्था किसी भी तरह की चूक का कोई आदेश न रह सके. न सीएम...
किसी भी प्रदेश में प्रधानमंत्री के दौरे पर वहां के मुख्यमंत्री का होना जरुरी है ताकि सुरक्षा व्यवस्था किसी भी तरह की चूक का कोई आदेश न रह सके. न सीएम थे और न ही डीजीपी साथ थे पीएम के. वह भी ऎसी जगह जहाँ से पाक सीमा मात्र ३० किलोमीटर हो. पक्ष-विपक्ष की राजनीति अलग बात है. किन्तु जहाँ देश के प्रधानमंत्री (जो किसी पार्टी से ऊपर देश के होते हैं) उनकी सुरक्षा में किसी प्रदेश में चूक होना अक्षम्य है. इसके लिए पूरी तरह वहां के सीएम और गृहमंत्री जिम्मेदार हैं. भले ही वे कितनी ही सफाई दें जो कि राजनीति में होता है किन्तु यह तो लापरवाही ही मानी जाएगी. आखिर सीएम कोरोना का क्यों बहाना बना रहे हैं ?
कांग्रेस आलाकमान भी चुप है जबकि उसे इस मामले में गंभीर होना चाहिए. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का हम पहले भी खामियाजा भुगत चुके हैं जिसमें तो प्रधानमंत्री (श्रीमती इंदिरा गांधी और राजीव गांधी) को खो चुके हैं. प्रधानमंत्री ने स्वयं सुरक्षा में चूक को माना है और वहां के अधिकारियों को कहा है कि ''अपने मुख्यमंत्री से कह देना कि ''धन्यवाद मैं बठिंडा हवाई अड्डे पर ज़िंदा लौट आया हूँ". इससे अधिक पुख्ता "लापरवाही'' का और क्या सबूत हो सकता है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सन्देश में कहा है. वैसे भी यह "'प्रशासनिक" बड़ी भूल है इस पर पंजाब सरकार व कतिपय नेता राजनीति न करे एवं गंभीरता से जांच कर सच को सामने आने दें. ....... शकुंतला महेश नेनावा