कोरोना काल में संकट मोचक की भूमिका निभा रहे एम्बुलेंस सेवाकर्मी
कोरोना काल में संकट मोचक की भूमिका निभा रहे एम्बुलेंस सेवाकर्मी24 घंटे दी जा रही सेवाफोन आते ही बताए गए गंतव्य पर पहुंच कर जरूरतमंदों को सेवा देने में...


कोरोना काल में संकट मोचक की भूमिका निभा रहे एम्बुलेंस सेवाकर्मी24 घंटे दी जा रही सेवाफोन आते ही बताए गए गंतव्य पर पहुंच कर जरूरतमंदों को सेवा देने में...
कोरोना काल में संकट मोचक की भूमिका निभा रहे एम्बुलेंस सेवाकर्मी
24 घंटे दी जा रही सेवा
फोन आते ही बताए गए गंतव्य पर पहुंच कर जरूरतमंदों को सेवा देने में तत्पर
वाराणसी, 13 सितंबर 2020
कोरोना से जारी इस जंग में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी, स्वच्छताकर्मी सहित एंबुलेंसकर्मी कोरोना योद्धा के रूप में अपनी जान की परवाह किए बिना 24 घंटे जनता की सेवा में लगे हैं। मरीजों की जरूरत पर उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाने के लिए तैनात 108 एम्बुलेंस सेवा पर जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा द्वारा समय-समय समीक्षा की जा रही है। जिलाधिकारी ने एंबुलेंसकर्मियों को निर्देशित किया है कि वह 24 घंटे सतर्क और सावधान मोड में रहें जिससे जरूरतमंदों को त्वरित गति से एंबुलेंस सेवा का लाभ समय से मिल सके और समाज का आखिरी व्यक्ति भी इसका लाभ उठा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने कहा कि कोरोना काल में 108 सेवा की एंबुलेंस संकट मोचक की भूमिका में नजर आई है। इमरजेंसी मेडिकल टैक्नीशियन (ईएमटी) और पायलट पूरे तन मन से 24 घंटे फोन कॉल आते ही बताए गए स्थान पर पहुंच कर लोगों को सेवा देने का कार्य करते नजर आ रहे हैं। इसके लिए वह रात-दिन की चिंता नहीं करते हैं। बिना किसी डर भय के उन्होंने कोरोना उपचाराधीनों को लेकर हॉस्पिटल तक शिफ्ट करवाया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कोरोना काल में एम्बुलेंसकर्मियों के सेवाभाव को सराहा है।
108 एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में जनपद में 108 सेवा की 28, 102 सेवा की 38 एवं एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) सेवा की 3 एंबुलेंस मौजूद हैं। इनमें से108 सेवा की 11 एवं 1 एएलएस एम्बुलेंस को कोविड कार्यों में लगाया गया है। दीपक ने बताया कि कोरोना काल में 108 एम्बुलेंस से 18 मार्च 2020 से अगस्त 2020 तक 4,565 कोरोना पॉज़िटिव और संभावित व्यक्तियों को कोविड के एल-1, एल-2 एवं एल-3 अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा गंभीर स्थिति होने पर इलाहाबाद और लखनऊ भी रेफर किया गया है। दीपक ने बताया कि एंबुलेंस सेवा में संक्रमण से बचाव हेतु कोविड-19 निर्धारित प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाता है। एंबुलेंस को निरंतर सैनिटाइज़ भी कराया जाता है।
एक नजर आंकड़ों पर– कोरोना काल के शुरुआत में जनपद में 18 मार्च से 20 अप्रैल तक 108 सेवा की 5 एंबुलेंस तैनात रहीं। इसके पश्चात 25 मई तक 9 एंबुलेंस तैनात रहीं। धीरे धीरे कोरोना के बढ़ते उपचाराधीनों की संख्या के साथ-साथ एंबुलेंस की संख्या भी बढ़ती गयी। वर्तमान में 12 एंबुलेंस कोविड कार्य में तैनात हैं। मार्च 2020 में कुल 47 में से 2 पॉज़िटिव और 45 संभावित, अप्रैल में कुल 193 में से 48 पॉज़िटिव और 145 संभावित, मई में 360 में से 110 पॉज़िटिव और 250 संभावित, जून में कुल 685 में से 310 पॉज़िटिव और 375 संभावित, जुलाई में कुल 2136 में से 1,856 पॉज़िटिव और 280 संभावित तथा अगस्त में कुल 1,150 में से 950 पॉज़िटिव और 250 संभावित मरीजों को विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया।