कोरोना जांच में सैंपल घोटाला, मथुरा के डॉक्‍टर ने एक दर्जन से अधिक बार करा दी अपनी ही सैंपलिंग

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कोरोना जांच में सैंपल घोटाला, मथुरा के डॉक्‍टर ने एक दर्जन से अधिक बार करा दी अपनी ही सैंपलिंग
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यूपी के मथुरा से कोरोना जांच में एक अजब घोटाला सामने आया है। यहां एक डॉक्‍टर ने टारगेट पूरा करने के लिए एक दर्जन से अधिक बार अपनी ही सैंपलिंग करा दी। सोशल मीडिया में डॉक्‍टर की बार-बार सैम्पिलिंग का वीडियो वायरल होने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य महकमे में हड़कम्‍प मच गया है।

वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक अकाउंट से वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि 'झूठे प्रचार में दिखाने के लिए टेस्ट के बढ़े नंबर बनाने से कोरोना नहीं रुकेगा बल्कि सही और बढ़ी हुई टेस्टिंग से।'

प्रभारी सीएमओ राजीव गुप्ता ने वीडियो की जांच कराकर सख्‍त कार्यवाही करने की बात कही है। वीडियो मथुरा के एक सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र का बताया जा रहा है। प्रभारी सीएमओ ने कहा कि यदि वीडियो सही है तो घोर लापरवाही है। ऐसा करने वाले के खिलाफ ठोस और सख्‍त कार्यवाही की जाएगी।

वीडियो के बारे में अब तक मिली जानकारी के अनुसार मथुरा के बलदेव स्थित स्वर्गीय डोरीलाल अग्रवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच के लिए सैंपलिंग हो रही थी।

वीडियो में डॉ. राजकुमार सारस्वत अपना ही सैंपल देते नज़र आ रहे हैं। इस दौरान उनका आडियो सुनाई पड़ रहा है कि सैंपल कम पड़ गए हैं इसलिए अपने सैंपल दे रहा हूं। वीडियो में वह एक दर्जन से अधिक बार अपनी सैंपलिंग कराते नज़र आए।

वीडियो में एक स्वास्थ्यकर्मी उन्हें समझाते हुए भी दिख रहा है। स्वास्थ्यकर्मी कहता है, 'आप अपने इतने सैंपल क्यों करा रहे हो, इससे आपकी नौकरी को भी खतरा हो सकता है।'

जांच में फर्जीवाड़ा पर मचा हड़कम्‍प

वीडियो के जरिए कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य महकमे में हड़कम्‍प मच गया है। सूत्रों का कहना है कि फर्जी सैंपल जुटा कर सीएमओ दफ्तर पर अलग-अलग नामों से भेज दिए जाते हैं। इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलदेव के एक डॉक्‍टर ने भी सीएमओ मथुरा से शिकायत की है।

कोरोना सैंपलिंग करने वाले एक डॉक्‍टर ने सीएचसी प्रभारी पर संविदा चिकित्सकों पर दबाव बनाकर फर्जी सैम्पलिंग कराने का आरोप लगाया है। यह फर्जीवाड़ा कोरोना सैंपलिंग का टारगेट पूरा करने के लिए किया जाता है।

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