भारत बायोटेक ने भ्रष्टाचार को देखते हुए ब्राजील की वैक्सीन निर्माता कंपनी के साथ रद्द किया सौदा
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग के खिलाफ वैक्सीन ही एकमात्र ऐसा शस्त्र है जो कारगर साबित हो रहा है। ऐसे में खबर आई है कि भारत बायोटेक ने ब्राजील की...
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग के खिलाफ वैक्सीन ही एकमात्र ऐसा शस्त्र है जो कारगर साबित हो रहा है। ऐसे में खबर आई है कि भारत बायोटेक ने ब्राजील की...
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग के खिलाफ वैक्सीन ही एकमात्र ऐसा शस्त्र है जो कारगर साबित हो रहा है। ऐसे में खबर आई है कि भारत बायोटेक ने ब्राजील की दवा निर्माता कंपनी प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस और एनविक्सिया फार्मेस्यूटिकल्स लि. के साथ कोविड19 के अपने टीके कोवैक्सीन के कारोबार में सहयोग के करार को रद्द कर दिया।
बता दें कि हैदराबाद की इस कंपनी ने ब्राजील में वैक्सीन के अनुबंधों में भ्रष्टाचार के आरोप के बाद या गंभीर कदम उठाया है। गौरतलब है कि भारतीय कंपनी ने ब्राजील सरकार के साथ कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराक की आपूर्ति का समझौता किया था। जिसमें भ्रष्टाचार के कारण समझौते को रद्द करने तक की नौबत आ चुकी थी।
आपको बता दें कि प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस दरअसल ब्राज़ील में भारत बायोटेक की भागीदार है जो कंपनी के टीके के तीसरे चरण के चिकित्सीय परीक्षणों के लिए लाइसेंस, वितरण, बीमा और संचालन समेत अन्य कार्यों में उसको परामर्श दे रही और इसमें सहायता तथा सहयोग कर रही है।
जिसके बाद भारत बायोटेक ने शुक्रवार को टिप्पणी करते हुए कहा कि हमने तत्काल प्रभाव के साथ समझौता समाप्त कर दिया है। इस समझौते के बावजूद कंपनी कोवैक्सिन के लिए वहां के नियामक से अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दवा नियामक निकाय एएनवीआईएसए के साथ पूरी मेहनत से काम करना जारी रखेगी।
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि वह कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न देशों से वैक्सीन के लिए मंजूरी प्राप्त करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। गौरतलब है कि भारत बायोटेक ने ब्राजील के बाजार में कोवैक्सीन की बिक्री के लिए दोनों कंपनियों के साथ20 नवंबर,2020 को समझौता किया था। कंपनी ने बताया कि वैश्विक स्तर पर कोवैक्सीन की कीमत 15 से 20 डॉलर के बीच रखी गई है लेकिन ब्राज़ील सरकार के लिए इसे 15 डॉलर प्रति खुराक रखा गया था।
नेहा शाह