मिश्री का सेवन आपको दिला सकता है इन बिमारियों से छुटकारा
आयुर्वेद के अनुसार दूध को पौष्टिकता की दृष्टि से एक सम्पूर्ण आहार माना गया है। दूध में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, नियासिन, फॉस्फोरस,...
आयुर्वेद के अनुसार दूध को पौष्टिकता की दृष्टि से एक सम्पूर्ण आहार माना गया है। दूध में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, नियासिन, फॉस्फोरस,...
आयुर्वेद के अनुसार दूध को पौष्टिकता की दृष्टि से एक सम्पूर्ण आहार माना गया है। दूध में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, नियासिन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन, मिनरल्स, फैट, ऊर्जा, राइबोफ्लेविन के अलावा विटामिन ए, डी, के और ई मौजूद होते हैं। इसके अलावा पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में चढ़ाई जानेवाली मिश्री का अपना एक खास महत्व है। मिश्री की मिठास मन के साथ-साथ दिमाग को भी खुश कर देती है।
अगर आप अधिक वजन से परेशान हैं, तो मिश्री का उपयोग आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। बताया जाता है कि मिश्री को सौंफ के साथ पीसकर तैयार पाउडर में से एक चम्मच नियमित इस्तेमाल करने से वजन कम किया जा सकता है। आप चाहें तो वजन कम करने में मिश्री के फायदे हासिल करने के लिए सौंफ की जगह धनिया पाउडर को भी उपयोग में ला सकते हैं।
फिटकरी और चीनी के घोल से तैयार की गई मिश्री को मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसने से सीने की जकड़न दूर होती है, जिससे सर्दी और जुकाम में भी राहत मिल सकती है। इस खास मिश्री को आप घर में ही बना सकते हैं। इसके लिए आपको चीनी और फिटकरी को बराबर मात्रा में पीसकर एक कप पानी के साथ घोल तैयार करना होगा। ध्यान रहे कि पानी में चीनी और फिटकरी का तैयार पाउडर आपको तब तक घोलते रहना है, जब तक कि वह पानी में घुलना बंद न हो जाए।