यूरोप ने भारत की सहायता के लिए भेजें 25 ऑक्सीजन जनरेटर, जाने विदेशों से किस तरह मिल रही सहायता....
कोरोनावायरस की दूसरी लहर का कहर लगातार भारत पर बरसता जा रहा है। इस बीच भारत की स्थिति को देखते हुए दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों ने जैसे अमेरिका,...
कोरोनावायरस की दूसरी लहर का कहर लगातार भारत पर बरसता जा रहा है। इस बीच भारत की स्थिति को देखते हुए दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों ने जैसे अमेरिका,...
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कोरोनावायरस की दूसरी लहर का कहर लगातार भारत पर बरसता जा रहा है। इस बीच भारत की स्थिति को देखते हुए दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों ने जैसे अमेरिका, रूस, जापान, सिंगापुर और अन्य देशों ने बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत पहुंचाए गए हैं।
इतना ही नहीं स्थिति को देखते हुए सभी देशों ने अपना हाथ मदद के लिए स्वयं आगे बढ़ाया है और मेडिकल उपकरण से लेकर दवाइयां सब की सहायता प्रदान कर रहे हैं और लगातार विदेशों से प्लेन भारत में आ रहे हैं। इस बीच आपको बता दें कि 25 ऑक्सीजन जनरेटर यूरोप से भारत पहुंचे हैं, ताकि भारत को ऑक्सीजन की कमी से बचाया जा सके।
आपको बता दें कि यह हाई कैपेसिटी जनरेटर ज्यादातर फ्रांसीसी कंपनियों द्वारा बनाए जाते हैं। बता दें कि ऑक्सीजन जनरेटर की खरीद में आईटी प्रमुख सहित तीन-चार भारतीय फर्मों सहित 19 लोग शामिल हैं।
बताया गया है कि भारत में जनरेटर- 17 पेरिस के उत्तर में नोवायर की उत्पादन सुविधा से आएंगे और 2 इसके इतालवी संयंत्र से – 17 मई को भेजे जाएंगे। हर एक ऑक्सीजन प्लांट में प्रति घंटा 24,000 लीटर ऑक्सीजन उतपन्न करने की क्षमता है।
गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना के C-17 ग्लोबमास्टर परिवहन विमान की तरफ से 21 मई को फ्रांस से पांच और ऑक्सीजन जनरेटर भारत पहुंचाए जाएंगे। C-17 एक ऐसा विमान है जो 77 टन का पेलोड उठा सकते हैं।
भारत एक अन्य फ्रांसीसी फर्म अरकेमा से 420 मीट्रिक टन जिओलाइट के लिए प्रतिबद्धता प्राप्त करने में भी कामयाब रहा। कंपनी ने शुरू में 160 एमटी शिप करने पर सहमति जताई थी। लेकिन बाद में 420 मीट्रिक टन के लिए मान गई।
नेहा शाह