जनपद में 4.65 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक

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जनपद में 4.65 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक

जनपद में 4.65 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक

बाल स्वास्थ्य पोषण माह 'विटामिन ए सम्पूरण' का हुआ आगाज

• टीकाकरण पर भी रहेगा ज़ोर

• सोमवार, बुधवार, शनिवार को दिया जाएगा लाभ

• कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं नियमों का रखा जाएगा ध्यान

वाराणसी, 14 दिसंबर 2020 ।

जनपद में नौनिहालों को कुपोषण से मुक्त रखने के लिए 'विटामिन ए सम्पूरण' कार्यक्रम बाल स्वास्थ्य पोषण माह की शुरुआत सोमवार को काशी विद्यापीठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उपकेंद्र कंदवा की ग्राम सभा कंचनपुर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ वीएस राय ने बच्चों को विटामिन-ए पिलाकर की । ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी) सत्रों के जरिये 9 माह से 5 वर्ष तक के 4.65 लाख को विटामिन ए की खुराक पिलायी जायेगी। यह अभियान बुधवार एवं शनिवार को आयोजित होने वाले ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों के अतिरिक्त सोमवार को भी विटामिन-ए का आच्छादन किया जाएगा।

अभियान के दौरान पूर्ण टीकाकरण (24 माह तक), सम्पूर्ण टीकाकरण, वजन लेना और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करना, सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान को लेकर जन जागरूकता, आयोडीन युक्त की नमक के सेवन के प्रति जागरूक करने पर ज़ोर दिया जाएगा । अभियान के दौरान सात माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को आयरन सीरप भी पिलाया जाएगा। अतिकुपोषित बच्चों और गंभीर रूप से बीमार बच्चों को आयरन सीरप नहीं पिलाना है।

कोरोना से बचाव एवं नियमों का रखा जाए ध्यान

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ए और आयरन सीरप पहुंचा दिया गया है । कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं नियमों को ध्यान में रखते हुये अभियान के तहत सभी गतिविधियों का आयोजन किया जाए। इसको देखते हुये अभियान में वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों के दौरान बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलायी जाएगी । कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के नियमों का आवश्यक रूप से पालन कराया जाएगा। सत्रों में दो गज दूरी, मास्क, सेनिटाइज़र का समय-समय पर प्रयोग और स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा ।

उन्होने बताया कि माह भर चलने वाले इस विशेष अभियान में बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने के साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक टीके भी लगाए जायेंगे। अभियान के दौरान नये कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जायेगा। ग्रामीण महिलाओं को अभियान से जुड़ी महिला कार्यकर्ता दैनिक जीवन में आयोडीन के प्रयोग की उपयोगिता से परिचित करायेंगीं जिससे वह रसोई में आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग शुरू कर सकें। ऐसा करके देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों में आयोडीन की कमी से होने बाले विभिन्न रोगों से सुरक्षित किया जायेगा।

विटामिन 'ए' की कमी से बच्चों में नजर का कमजोर होना, रात्रि के समय कम दिखाई देना, अंधेपन का शिकार हो जाना, रूखी आँख, रूखी त्वचा और त्वचा से संबन्धित समस्या हो सकती है। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त जैसी आम बीमारियाँ भी जानलेवा हो सकती हैं। इन सभी कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है।

इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन सिंह, एचईओ विनोद सिंह, एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं ।

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