आप भी रोजाना सुबह चाय या दूध के साथ खाते हैं ब्रेड, तो हो जाएं सावधान, शरीर को हो सकते हैं ये नुकसान
अधिकतर लोगों की आदत होती है, वह रोजाना चाय के साथ ब्रेड का नाश्ता करते हैं. लेकिन रोजाना ब्रेड खाने से स्वास्थ्य संबंधित कई समस्याएं हो सकती है....
अधिकतर लोगों की आदत होती है, वह रोजाना चाय के साथ ब्रेड का नाश्ता करते हैं. लेकिन रोजाना ब्रेड खाने से स्वास्थ्य संबंधित कई समस्याएं हो सकती है....
अधिकतर लोगों की आदत होती है, वह रोजाना चाय के साथ ब्रेड का नाश्ता करते हैं. लेकिन रोजाना ब्रेड खाने से स्वास्थ्य संबंधित कई समस्याएं हो सकती है. रोजाना ब्रेड खाने से सेहत को कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं.अधिकतर लोगों की आदत होती है, वह नाश्ते में रोजाना चाय या दूध के साथ ब्रेड खाते हैं.लेकिन रोजाना ब्रेड खाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.अगर आप रोजाना ब्रेड खाते हैं, तो इससे पेट फूलना, गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्या होने लगती है. ब्रेड खाने से ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है और फिर गिर भी सकता है, जिससे आपको हमेशा थकान महसूस होगी.
रोजाना ब्रेड खाने से आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है, क्योंकि ब्रेड और दूध में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है. अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो काम चीनी वाला दूध पिए और साबुत अनाज की ब्रेड खाना शुरू करें.बाजार में मिलने वाली ज्यादातर ब्रेड मैदा से बनी होती हैं, साथ ही इनमें हानिकारक केमिकल और प्रिजर्विटिव्स डाले जाते हैं। इन्हें पचाना काफी मुश्किल होता है, जिससे यह न सिर्फ पेट संंबधी समस्याओं को जन्म देती हैं बल्कि वजन बढ़ाने में भी योगदान देती हैं।
डायबिटीज रोगियों के लिए चाय और ब्रेड का सेवन बहुत नुकसानदायक साबित हो सकता है। यह उनके ब्लड शुगर में स्पाइक का कारण बन सकता है और उनकी स्थिति को अधिक गंभीर बना सकता है। साथ ही यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी ट्रिगर करता है, जिससे डायबिटीज रोगियों की स्थिति खराब हो सकती है।यह ब्लड प्रेशर रोगियों में बीपी के स्तर को अधिक बढ़ा सकता है। इसलिए ब्लड प्रेशर रोगियों को भूलकर भी सुबह चाय के साथ ब्रेड नहीं खानी चाहिए। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल से बाहर हो सकता है।शरीर का अधिक वजन, डायबिटीज, हाई बीपी सभी हृदय रोगों के जोखिम कारक हैं। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी योगदान देता है। इस तरह यह न सिर्फ हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है, बल्कि लंबे समय में हार्ट फैलियर जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकता है।