पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह बीमारी है ज्यादा सक्रिय
..अंकिता सिंह-आजकल लोग किसी न किसी बीमारी से पीडित है । जिसमे एक मुख्य बीमारी थायराइड हैं। थायराइड में वजन बढ़ने के साथ हार्मोन असंतुलन भी हो जाते...
..अंकिता सिंह-आजकल लोग किसी न किसी बीमारी से पीडित है । जिसमे एक मुख्य बीमारी थायराइड हैं। थायराइड में वजन बढ़ने के साथ हार्मोन असंतुलन भी हो जाते...
..अंकिता सिंह
-आजकल लोग किसी न किसी बीमारी से पीडित है । जिसमे एक मुख्य बीमारी थायराइड हैं। थायराइड में वजन बढ़ने के साथ हार्मोन असंतुलन भी हो जाते हैं , और एक स्टडी के मुताबिक यह पता चला है कि,पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड होने की संभावना दस गुना ज्यादा होता है। इसका मुख्य कारण महिलाओं में ऑटोम्यून्यून की समस्या ज्यादा होना है।
आप को बता दें थायराइड हार्मोन शरीर के अंगों के सामान्य कामकाज के लिए जरूरी होते हैं। मुख्य रूप से यह दो प्रकार के होते हैं। हाइपरथाइरोइड में थाइरोइड ग्लैंड ज्यादा सक्रिय हो जाता है जिसकी वजह से t3 और t4 हर्मोंन जरुरत से ज्यादा बनने लगते है, और वजन तेजी से कम होने लगता हैं । हाइपरथाइरोइड की इस्थिति में हरी सब्जी, ओलिव आयल, और ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। हाइपोथाइरोइड में थाइरोइड ग्लैंड सही से काम नहीं करते जिसकी वजह से t3 और t4 हर्मोंन शरीर में सही से नहीं पहुचते और सूजन शुरू होने लगती है । हाइपोथाइरोइड में आयोडीन नमक, सी फ़ूड, चिकन का सेवन करना फाएदेमंद साबित होगा ।
थाइरोइड दो अलग तरह के होते है, तो यह आम बात है कि इनके लक्षण भी अलग अलग होते होंगे। लक्षण अलग होने की वजह से इनको समझने और इलाज करने के तरीके भी अलग हैं।अगर थाइरोइड से संबंधित कोई भी लक्षण नजर आए तो बिना देर किये T3 AUR T4,TSH 4 की जांच कराएं ,और रिपोर्ट पॉजिटिव आये तो डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से दवाओं का सेवन करें।और हर छह महीने के बाद जांच करवा के डॉक्टर से सलाह लें।