ट्यूबरक्लोेसिस को जन्म देती हैं ,आपकी खराब आदतें

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ट्यूबरक्लोेसिस को जन्म देती हैं ,आपकी खराब आदतें

अंकिता सिंह-
पूरी दुनियां में न जाने कितनी ही बीमारियाँ है, लोग जिनसे ग्रस्त हो कर रोज़ मर रहे हैं। आज हम बताएँगे ऐसी ही एक संक्रामक बीमारी के बारे में जिसका नाम सुनते ही टेंशन होने लगती है । टीबी ! जी हाँ, टीबी भी एक संक्रमाक बीमारी है ,हालांकि सही इलाज और कुछ नई तकनीकियों ने इसके इलाज को आसान बना दिया है।
आपको बता दें, टीबी एक घातक संक्रामक रोग है , जो एक मईक्रोबक्टिरियम ट्यूबरक्लोसस जीवाणु की वजह से होती है । आमतौर पर यह फेफड़ो की बीमारी है, लेकिन फेफड़ो के साथ- साथ यह शारीर के अन्य भागो को भी प्रभावित कर सकता है , यह हवा के मध्याम से व्यक्ति को संक्रमित करता हैं। फेफड़ो में टीबी होने पर प्लोमोनरी और फेफड़ो से बाहर किसी भी अंग होने पर इसे एक्स्ट्रा प्लोमोनरी टीबी कहते हैं।ज्यादातर 70% मरीज प्लोमोनरी टीबी और 30% एक्स्ट्रा प्लोमोनरी के शिकार होते है।
अगर आपको दो हफ्ते से ज्यादा लगातार खांसी आए ,खांसी के साथ खून आना , भूख कम लगना, लगातार वजन कम होना, सांस तेज़ होना और थकान जैसे लक्षण दिखे तो समझ जाए कि, आप टीबी से ग्रस्त है या टीबी से ग्रस्त होने वाले हैं। यह बीमारी गम्भीर रूप लें उससे पहले आप डॉक्टर से चेकअप करवाएं और सही इलाज़ करें।

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