क्या है वस्कुलर हेडेक या माइग्रेन! जानिए यह सरदर्द से कितना अलग है।
अंकिता सिंह- Bachpan Expressशरीर में थकान, नींद न आना या भूख लगने की वजह से सरदर्द होना आम बात है।ऐसे सरदर्द कुछ देर में ठीक हो जाते हैं ।लेकिन कुछ...
अंकिता सिंह- Bachpan Expressशरीर में थकान, नींद न आना या भूख लगने की वजह से सरदर्द होना आम बात है।ऐसे सरदर्द कुछ देर में ठीक हो जाते हैं ।लेकिन कुछ...
अंकिता सिंह- Bachpan Express
शरीर में थकान, नींद न आना या भूख लगने की वजह से सरदर्द होना आम बात है।ऐसे सरदर्द कुछ देर में ठीक हो जाते हैं ।लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो नॉर्मल सरदर्द को माइग्रेन समाज लेते हैं।इसलिए यह जानना बहुत जरुरी हो जाता है कि नॉर्मल सरदर्द और माइग्रेन के दर्द में क्या फर्क है।आपको बता दें, माइग्रेन का दर्द सर के एक हिस्से में होता है वही सरदर्द में सर के साथ साथ आँखो के आस पास भी दर्द महसूस होता है। माइग्रेन को पहचानने के लिए उसके लक्षण को समझना जरुरी होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि माइग्रेन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है-क्लसिकल और नॉन-क्लासिकल। क्लासिकल माइग्रेन दर्द के शुरु होने से पहले आँखो से धुंधला दिखना,जैसी दिक्कत आती है। इस तरह के माइग्रेन में खून पहुचाने वाली नसे सिकुड्ने लगती है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। वहीं नॉन-क्लासिकल माइग्रेन के दौरान सर में तेज दर्द होने के अलावा कोई और लक्षण नही दिखते। माइग्रेन को कण्ट्रोल करने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना, जैसे खान-पान पर ध्यान देना ,सही समय पर इलाज करवाना और दवाइयों का सेवन करना महत्तवपूर्ण है।