भारत में एक समय में सारे चुनाव करवाने की कवायद धीरे धीरे रंग ला रही है| इस पर बातचीत करने के लिए प्रधानमंत्री ने सभी दलों की 19 जून को बैठक बुलाई है | देखने में तो ये काफी अच्छा लग रहा है कि पुरे राष्ट्र में लोकसभा ,विधानसभा के चुनाव एक साथ कराये जाये पर भारत जैसे बड़े देश में जहाँ वोटरों की संख्या 90 करोड़ के करीब है वहा एक साथ शांति पूर्ण चुनाव करा पाना चुनाव आयोग के लिए भी टेढ़ी खीर साबित होगा |
अभी हाल में ही लोकसभा चुनाव को सात चरणों में कराया गया | उसमे भी कई जगह हिंसा हुई | पुरे देश में एक साथ चुनाव कराने पर शांति व्यवस्था को बनाये रखना और चुनाव से जुडी प्रक्रिया को एक साथ कराना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगी