''कैसे थमेगा युद्व ?".......

Update: 2022-03-04 11:23 GMT

एक ओर रूस द्वारा यूक्रेन के शहरों पर बम से धमाके पर धमाके का रहा है. जिसमें आम नागरिक जिनमें बच्चे, महिलायें और छात्र तक मारे जा रहे हैं. दूसरी ओर फ़्रांस के राष्ट्रपति की युद्व रोकने की अपील पर रूस के राष्ट्रपति ने जवाब में कहा कि यूक्रेन को सबक सिखाये बगैर हमले नहीं रुकेंगे। तीसरी बात यह है कि अमेरिका, जर्मनी और नीदरलैंड मिसाइल और हथियार भेज रहे हैं यूक्रेन को हमले में सहयोग के लिए. और चौथी बात जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण है कि रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों की बेलारूस में एक दौर की बात में कुछ सहमति हुई है और अब दूसरी वार्ता फिर आरम्भ हो गई है शान्ति स्थापित करने सम्बन्धी. बहुत से युद्व की आरंभिक अवस्था से ही रूस से यूक्रेन में अहिंसा रोकने की अपील कर रहे हैं. पर युद्व और तेज होता जा रहा है और शान्ति की उम्मीद दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है. नौ दिन हो गए है घमासान के चलते. हजारों सैनिक दोनों ओर से मारे गए. यूक्रेन में तो जान-माल दोनों का भारी नुकसान हो रहा है. बहुत ही मार्मिक और नाजुक स्थिति बनी हुई है. दो महाशक्तियों (रूस-अमेरिका) के अहम् (वर्चस्व) के चलते ''दो पाटों के बीच'' की तरह ''यूक्रेन'' पीस रहा है. खुलकर कोई देश उसका सपोर्ट नहीं कर रहे हैं. यहाँ तक कि ''संयुक्त राष्ट्र संघ'' की जवाबदारी बनती है वो भी दोनों को समझाने में विफल ही नजर आ रहा है. ऐसे में कैसे थमेगा युद्व ? एक तो रूस-यूक्रेन दोनों के बीच जो बातचीत चल रही है उसमें शान्ति से शीघ्र हल निकालना चाहिए. दूसरे संयुक्त राष्ट्र संघ को प्रभावी हस्तक्षेप दोनों के बीच सुलह करनी चाहिए ताकि बढ़ता विध्वंसक युद्व रुके और वहां शान्ति बहाल हो सके.....शकुंतला महेश नेनावा

Similar News