भाजपा के दो दीवाने एक मोदी जो भारत के ''कमल"" रूपी तालाब हैं तो दूसरे योगी जो उत्तर भारत के ''खिलते कमल'' हैं. आखिर दोनों में अवश्य ऎसी खूबी है जिससे देश-प्रदेश के मतदाता अपने आप उनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. सबसे बड़ी खासियत दोनों दोनों में देश की जनता के लिए ईमानदारी व समर्पण भाव से काम करने की इच्छाशक्ति. इस के बल पर वे जनता का दिल जीत रहे है और जीतते चले आ रहे हैं. यूपी,,उत्तराखंड, मणिपुर व गोवा में मोदी की मेहनत रंग लाई है. और भाजपा वहां पुनः सरकार बनाने जा रही है. जहाँ तक ''आप'' का सवाल है केजरीवाल भी जमीन से जुड़े हुए हैं तभी तो दिल्ली के बाद पंजाब कूच कर गए और भारसी जनआशीर्वाद पाया.
कांग्रेस जिसने ७० साल राज किया लेकिन बस वे राज ही करती रही एवं न वो जनता के राज की बात समझ नहीं पायी एवं न ही अपने अनुभवी व विश्ष्ट कारिकर्ताओं की भावनाओं को समझ पायी और सिर्फ अपने परिवार के वर्चस्व को बढ़ने में उलझी रही. जिसका परिणाम यह हुआ कि हर चुनाव में वह एक-एक प्रदेश खोती जा रही है. इस तरह कभी देशभर में एक छत्र राज करने वाली पार्टी के दुर्दिन और दुर्दशा बढ़ती ही जा रही है. देश का मतदाता बहुत ही जागरूक और समझदार हो गए हैं. वे राजनीतिक पार्टियों की मृगतृष्णा व वादाखिलाफी को बहुत अच्छी तरह से समझ चुके हैं. इसलिए वो किसी की झूठी मृगतृष्णी फुसलाहट में ना आते हुए काम करने वाले योग्य प्रत्याशियों और पार्टियों को ही अपना मत हर चुनाव में दे रहा है तथा अयोग्य और झूठ बोलकर जग को लूटने वालों को नकार रहा है और बेहतर परिवर्तन को अपना रहा है.........
शकुंतला महेश नेनावा