लगता है बढ़ती जनसंख्या, गरीबी, महंगाई,बेरोजगारी जैसे शब्द या मुद्दे पुरानी मुद्रा की तरह चुनावी राजनीतिक पटल पर चलन से बाहर हो गए हैं या फिर हमेशा सुन-सुनकर व कह कहकर (जिसका कोई निदान ही नहीं) नेता भी तक गए और जनता भी बोर हो गई. इसलिए अब ''विकास'' का मुद्दा ही हर चुनाव में जनता का विश्वास बन गया है. और बनेगा भी क्यों नहीं क्योंकि हर क्षेत्र में विकास की लहर चल रही है.
बिजली, पानी, सड़क, कानून-व्यवस्था, गरीबों का उत्थान, औद्योगीकरण के साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा व्यस्त होने के बावजूद सीधे जनता से उसके सुख-दुःख की बातें करना भी बहुत मायने रखता है जनविश्वास जीतने में. देश में भी और देश के बाहर भी देश की इमेज बढ़ाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख काम रहा है. तब ''मोदी मैजिक'' से कैसे इंकार किया जा सकता है. यही कारण है हर चुनाव में मोदी का जादू बरकरार है और भाजपा का कमल तेजी से पूरे भारत में फलता-फूलता और महकता जा रहा है......
शकुंतला महेश नेनावा