बिहार की राजनीति में सदन में बहस के बाद नीतीश कुमार पर विपक्ष हमलावर हो रहा है।विधानसभा की कार्यवाही में नही पहुंचे विजयकुमार सिन्हा जिससे राजद ने हंगामा खड़ा कर दिया।चिराग पासवान नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुएकहा कि बिहार में कभी भी चुनाव होने की संभावना है। विधानसभा में बहस के बाद राजद ने हमला बोलकर बिहार की शिक्षा नीति पर सवाल खड़े करते हुए दवाइयों की अव्यवस्था का हवाला दिया।कई वर्षों से सत्ता से बाहर रही राजद जनशक्ति पार्टी को सत्ता की भागीदारी निभाने के लिए उतावलिया सवाल थोपे जा रही है।बिहार की राबड़ी सरकार में बाढ़ पीड़ितों की क्या दशा होती थी।
यह लालू और राबड़ी बखूबी जानते है।बिहार में मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी जिलों की स्थिति अभी नीतीश के शासनकाल में सुधरी है।बिहार में उतर में बाद की विनाशलीला दक्षिण में सुखे से लोग अधिक परेशान हुए है।केंद्र और राबड़ी देवी की नेतृत्व वाली राजद सरकार बेपरवाह थी।राज्य को अभावग्रस्त घोषित करके अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ दिया था।तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का शासन लालू जेल में बैठकर चलाते थे।जनता के जेहन में आज भी कसक विधमान है।केंद्र में कांग्रेस की यूपीए गठबंधन वाली सरकार ने कोई मदद नही की थी।बाढ़ग्रस्त लोगो को तिल तिल के लिए मरने के लिए छोड़ दिया था।बाढ़ से टूटी सड़के दरभंगा और समस्तीपुर को जोड़ने वाली कई महीनों तक उस पर डामरीकरण नही किया गया था।नीतीश कुमार पर हमला बोलने वाले दल अपने गिरेबां में झाँककर देखे और आंकलन करे कि कभी हमारे पास भी सत्ता थी।सत्ता के भूखे लोगो ने बिहार को कुतर कुतर कर खोखला कर दिया।आज बड़े बड़े वायदे किये जा रहे है।रामविलास पासवान और लालू प्रसाद यादव में दलित और मुस्लिम वोटों के लिए दोनों में होड़ लगती थी।रामविलास पासवान ने तो जाली वाली मुस्लिम टोपी भी पहनी थी।जनता के लिए काम करना चाहिए।बिहार की कयापलट हुई है तो पिछले बीस सालों में।बिहार का नाम आते ही लोग डर जाते थे।आज बिहार में अमन चैन है तो सुशासन के कारण है।
*कांतिलाल मांडोत *