राज्य की महिला मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सात साल के शासनकाल में अपने ऊपर लगा गूंगी गुड़िया का ठप्पा भले ही कुछ फीका कर दिया था।लेकिन बिहार में इनके कार्यकाल में महिलाओं की असुरक्षा किस कदर बढ़ गई इसका आंकड़ा भयानक था।सत्तारूढ़ नीतीश सरकार पर राबड़ी ने हमला बोलतेहुए कहा कि दी कश्मीर फाइल्स देखकर लोगो का पेट नही भरता है।राबड़ी को लालू ने बतौर मुख्यमंत्री का पद सौंप कर वे जेल से सरकार का संचालन करते थे।बिहार बीमारू राज्य की श्रेणी में आता है।नीतीश की सरकार राज्य में विकास को आगे नही बढ़ाती है तो जनता क्यो वोट करती है?विकास के चलते बार बार जनता नीतीश को सत्ता में ला रही है।बिहार के हर जिलों में महिला अत्याचार होता था।राबड़ी ने गोधरा कांड पर तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद मोदी पर तंज कसा और गोधरा पर फ़िल्म बनाने के लिए निशाना साधा।लालू के सत्ता में रहते चारा घोटाले में सजा काट रहे है।
वही तेजस्वी और तेजप्रताप भाजपा पर हमलावर है।लालू को सजा हुई है और इससे नाराज लालू के दोनों बेटे नीतीश पर हमला बोल रहे है।गोधरा कांड का कच्चा चिट्ठा खोलने पर आमादा राबड़ी देवी को किस बात का ऐतराज है।देश की जनता के सामने सच्चाई उजागर करना संविधान का अधिकार है।गोधरा कांड बेगुनाह लोगो की दर्दभरी चीख थी।जो ट्रेन की बोगी में ही दबकर भष्मीभूत हो गई।बिहार में बलात्कार,अपहरण छेड़छाड़ दहेज हत्या और दहेज उत्पीड़न के हजारो केस पुलिस के दफ्तर में दर्ज थे। राबड़ी के शासनकाल में बलात्कार जैसी घिनोने कृत्य में इजाफा हुआ था और वह उपभोक्तावादी संस्कृति और मानवीय मूल्यों के क्षरण का खतरनाक संकेत था।राज्य की बागडोर महिला के हाथ में होने के बावजूद प्रदेश में आम महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी।
*कांतिलाल मांडोत *