देश- बीजेपी साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। बीजेपी का एक मात्र उद्देश्य अपना वोट बैंक मजबूत करना और केंद्र की सत्ता में पुनर्वापसी करना है। भाजपा की नजर सिर्फ लोकसभा चुनाव पर ही नहीं बल्कि उन 19 राज्यों पर भी है जहां विधानसभा चुनाव होने को है।
इस बार भाजपा विपक्ष की रणनीति को आंकते हुए अपनी रणनीति तैयार कर रही है। क्योंकि विपक्ष इस बार जनता से सींधे सम्पर्क स्थापित करके बीजेपी को मात देने की रणनीति बना चुका है। अब विपक्ष की इस नीति को धराशायी करने के लिए इस बार बीजेपी का ध्यान उस वोट बैंक पर है जो कभी बीजेपी का था ही नहीं। बीजेपी इस बार विपक्ष के वोट बैंक में सेंध लगाने को तैयार है।
राजनीतिक विशेषज्ञ का कहना है कि अगर बीजेपी की रणनीति सफल हुई तो इसका लाभ बीजेपी को बड़े पैमाने पर प्राप्त होगा। बीजेपी को न सिर्फ सत्ता वापस मिलेगी अपितु बीजेपी उन तमगों पर भी मजबूत हो जायेगी जो बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की ताकत रखते हैं।
जाने कौन है बीजेपी का नया टारगेट-
अगर हम बीजेपी के ननए टारगेट की बात करे तो बीजेपी की इस बार पैनी नजर मुस्लिम समाज पर है। बीते दिनों में जो कुछ भी हुआ है उसके बाद बीजेपी से यह समाज काफी रूठा हुआ है। लोग मोदी मैजिक को ढकोसला बता रहे हैं। वही बीजेपी को यह समाज कही न कही हिंदुओं की पार्टी समझता है।
लेकिन बीजेपी का फोकस इस बार उन मुस्लिम पर है जो पिछड़े है। बीजेपी मुख्य तौर पर मुस्लिम समुदाय में सैयद, शेख, पठान, मिर्जा, मुगल जैसी उच्च जातियों छोड़कर ज्यादातर जातियां पिछड़ी हुईं और गरीब है उन्हीं पर फोकस कर रही है।
बीजेपी ने मुस्लिम समाज को लेकर एक सर्वे करवाया है। इस सर्वे में साफ तौर पर यह बात सामने आई है कि अभी भी पिछड़े मुस्लिम राजनीति से दूर है। बीजेपी उनपर फोकस करके उन्हें राजनीति से जोड़ने की कवायद में लग गई है। भाजपा की सभी योजनाओं का लाभ इन मुसलमान को मिला है। भाजपा अपनी योजनाओं के बलबूते पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कवायद में लगी हुई है।
भाजपा की नीति साफ है। वह अपनी योजनाओं के बलबूते पर अपना वोट बैंक मजबूत करने विपक्ष के इंजन को फेल करना चाह रही है। वही अगर बीजेपी की मुस्लिम को साधने की योजना सफल हो गई तो विपक्ष के लिये आगामी चुनाव काफी कठिन हो जायेगा।