5जी तकनीक की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. भारत में 5जी तकनीक की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है जो कि सफल रही है. देश की टेलीकॉम कंपनियां 5जी नेटवर्क का सबसे सफल परीक्षण कर चुकी हैं. पूरे देश में 5जी लागू होने के बाद मोबाइल की दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिलेंगे स्पीड से तुलना की जाय तो 5जी की स्पीड 4जी से लगभग 10 गुना ज्यादा है 5जी के बाद चौथी औद्योगिक क्रांति की बुनियाद इसके नेटवर्क की दक्षता पर रखी जायेगी जिससे व्यवसाय में ऑटोमेशन बढ़ेगा तथा शिक्षा एवं कृषि क्षेत्र में इसका प्रत्यक्ष लाभ देखने को मिलेगा इसके साथ ही साथ इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स और औद्योगिक आईओटी तथा रोबोटिक्स की तकनीक को भी इससे बल मिलेगा एक विकसित समाज की दिशा में इन सेवाओं की अहम भूमिका है, 5जी आने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और विभिन्न क्षेत्रों जैसे ई-कॉमर्स स्वास्थ्य केंद्र दुकानदार स्कूल कॉलेज और किसान सभी इससे लाभान्वित हो पाएंगे कोरोना काल में इंटरनेट की उपयोगिता से हम अछूते नहीं है।
उसे देखते हुए 5जी टेक्नोलॉजी से आम जन मानुष का जीवन पहले से बेहतर तथा सरल बनाने की उम्मीद की जा सकती है प्रधानमंत्री मोदी का दावा है की दशक के अंत तक भारत 6जी नेटवर्क का भी लक्ष्य हासिल कर लेगा जिससे अल्ट्रा हाई स्पीड इंटरनेट, हाई कनेक्टिविटी का लक्ष्य साकार हो सकेगा इस साल 2022-23 के बजट में भी 5जी सेवा को लांच किये जाने की बात कही गयी है 5जी तकनीक शहरों और गावों के मध्य सुविधा की खाई को पाटने में भी अहम भूमिका अदा करेगी जिसमे स्वास्थ, कृषि शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं शामिल हैं दूरसंचार क्षेत्र नियामक टीआरएआई के रजत जयंती समारोह में प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया की 5जी नेटवर्क के आने से भारतीय अर्थव्यवस्था को 450 बिलियन डॉलर्स का फायदा होगा, 5जी नेटवर्क 4जी की तुलना में बहुत तेज़ है जहाँ 4जी में औसतन इंटरनेट स्पीड 45 एमबीपीएस होती है वही 5जी में यह स्पीड बढ़कर 1000 एमबीपीएस तक पहुँच जाती है जिससे न सिर्फ इंटरनेट की स्पीड बल्कि विकास की गति तेज होगी और नौकरियों का सृजन भी बढ़ेगा देश में विगत कुछ वर्षों में इंटरनेट यूज़रों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गयी है इसका कारण हमारे अधिकांशतः कामों का इस पर निर्भर होना जिसके फलस्वरूप भारत दुनिया का मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब बन गया है।
अब दूरसंचार क्षेत्र में स्वदेशी 5जी टेस्ट बेड भारत की आत्म निर्भरता की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा 5जी से डाटा ट्रांसफर की स्पीड बढ़ेगी जहाँ 4जी से एक फिल्म को डाउनलोड करने में 6 मिनट लगते हैं 5जी नेटवर्क पर उसे सिर्फ 20 सेकेंड लगेंगे जिससे कनेक्टेड ऑटोमेटेड सिस्टम को नया आयाम देने में यह तकनीक विशेष रूप से प्रभावकारी है देश के नागरिको तथा व्यवसायों में इसका उपयोग उनको सशक्त तथा जागरूक करने में सहयक सिद्ध होगी सशक्त डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य से करीब सात वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की थी उस समय मात्र 19 प्रतिशत आबादी इंटरनेट का उपयोग करती थी लेकिन इन सात वर्षों में लोग इंटरनेट से आसानी से जुड़े है यद्यपि डाटा सुरक्षा आधार की वैधता जैसे प्रश्न भी खड़े हुए है लेकिन कनेक्टिविटी के साथ कौशल और डिजिटल गवर्नेंस के संयुक्त प्रयासों के चलते इसमें कामयाबी हासिल हुई है तथा सभी वर्गों को आधार से सरकारी सेवाओं में सुधार, सब्सिडी, कल्याणकारी योजनाओं एवं बैंक खतों का लाभ सुलभ हुआ है जिससे भारत जैसे विशाल देश में 5जी से डिजिटलीकरण की क्रान्ति को नया आयाम मिला है I