स्नैक्स कंपनियों की लिवाली से फूल मखाने में एकतरफा तेजी

Update: 2024-05-04 08:17 GMT

स्नैक्स कंपनियों एवं उपभोक्ताओं की निरंतर लिवाली निकलने तथा स्टॉक तंगी के चलते स्थानीय किराना एवं ड्राई फ्रूट मार्केट में फूल मखाना और महंगा हो गया है। जयपुर मंडी में बाल राजभोग फूल मखाना 100 रुपए और उछलकर गुरुवार को 950 रुपए प्रति किलो बिक गया। इसी प्रकार बैस्ट फूल मखाने के थोक भाव 1300 रुपए प्रति किलो बोले जाने लगे हैं। फूल मखाने का उत्पादन मुख्य रूप से बिहार के दरभंगा, गुलाबबाग, काढागोला, पूर्णिया एवं कटिहार के अलावा पश्चिम बंगाल के मालदा, उत्तर दिनाजपुर जिले के सीमावर्ती तराई वाले क्षेत्रों में होता है।

बता दें फूल मखाने की फसल को भरपूर पानी की जरूरत होती है। पिछले साल तालाबों में पानी नहीं होने से मखाने की करीब 60 फीसदी फसल जल गई थी। परिणामस्वरूप फूल मखाने में भारी तेजी देखने को मिल रही है। नवरात्रा के बाद कारोबारियों का यह रूझान था कि एक बार फूल मखाने में गिरावट आएगी। मगर स्टॉक की भारी कमी के चलते भावों में और मजबूती आ गई। चांदपोल बाजार में दीनानाथ की गली स्थित कारोबारी हंसराज अग्रवाल ने बताया कि बिहार की पूर्णिया एवं दरभंगा आदि मंडियों में फूल मखाने के भाव लगातार तेज हो रहे हैं। नई फसल आने में अभी ढाई माह का समय है, तब तक फूल मखाने के दाम और उछल सकते हैं। उत्पादन केन्द्रों पर मात्र दो फीसदी व्यापारियों के पास फूल मखाने का स्टॉक है।

ऐसी स्थिति में मखाने के नए भाव बनने के भरपूर आसार हैं। अग्रवाल का कहना है कि आज सौदा होने पर 10 दिन बाद भी माल मिलना मुश्किल हो गया है। क्योंकि उत्पादक मंडियों में ही इस बार स्टॉक नहीं है। गौरतलब है कि व्यापारियों को इस बार उत्पादन कम होने से फूल मखाने में भारी तेजी का अनुमान तो था, लेकिन इतना भी नहीं कि अकाल जैसी स्थिति हो गई है। जानकारों का कहना है कि दिल्ली एवं एनसीआर में 1050 रुपए बिकने वाला मखाना शीघ्र ही 1350 रुपए प्रति किलो को पार कर सकता है। रिटेल में बढिया मखाना 1500 रुपए प्रति किलो बिकने के समाचार हैं।

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