बजट में लोकल ट्रेनों के शुरू होने की उम्मीद, कोरोना काल में बंद की गई थी ये गाडिय़ां
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला और अपना सातवां बजट पेश करेंगी. इस बजट में हर वर्ग को काफी उम्मीदें हैं. दिल्ली-एनसीआर में हर दिन लोकल ट्रेनों से सफर करने वाले लोगों को भी इस बजट में अपनी परेशानी खत्म होने की उम्मीद है. दरअसल, दिल्ली और आसपार के शहरों में चलने वाली दैनिक यात्रा यानी ईएमयू (इलेक्ट्रक मल्टीपल यूनिट) ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी की आस लगाए बैठे हैं. क्योंकि पलवल और फरीदाबाद के बीच यात्रा करने वाले यात्री पिछले चार साल से बंद पड़ीं 10 ईएमयू ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि इस रूट पर रेलवे को वातानुकूलित ईएमयू ट्रेन सेवा शुरू करनी चाहिए. इसके साथ ही लोगों की मांग है कि रेलवे को बिहार के लिए भी सीधी ट्रेन चलानी चाहिए.
मथुरा रूट पर चलती हैं कई लोकक ट्रेनें
बता दें कि मथुरा रूट पर कई लोकक ट्रेनें चलती हैं लेकिन यहां यात्रा करने वालों की संख्या के हिसाब से ट्रेनों की संख्या काफी कम है. क्योंकि इस रूट पर पलवल जिले के होडल, बंचारी, शोलाका, रूंधी, पलवल, असावटी रेलवे स्टेशन के आस-पास के गांव को लोग रोजाना फरीदाबार और दिल्ली आने-जाने के लिए ईएमयू ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि ट्रेन से सफर करना बस के मुकाबले काफी सस्ता है बल्कि ट्रेन से सफर जल्दी भी पूरा हो जाता है. ऐसे में लोग ईएमयू ट्रेन से ही चलना पसंद करते हैं. इसी तरह फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़, न्यू टाउन रेलवे स्टेशन और फरीदाबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली के बीच हजारों की संख्या में लोग हर दिन ईएमयू ट्रेन से यात्रा करते हैं. कोरोना काल से पहले फरीदाबाद और पलवल से दिल्ली रोजाना करीब 60 हजार लोग ईएमयू ट्रेन से यात्रा करते थे.
कोरोना काल में बंद कर दी गई 23 ट्रेन
वहीं कोरोना काल के दौरान रेलवे ने इस रूट पर चलने वाली 23 ट्रेन को बंद कर दिया था. इसके बाद रेलवे ने धीरे-धीरे ट्रेन चलानी शुरू किया, फिलहाल इस रूट पर सिर्फ 13 ईएमयू ट्रेन चलती हैं लेकिन 10 ट्रेनें अभी भी बंद पड़ी हैं. ऐसे में लोगों की मांग है कि बंद पड़ी बाकी 10 ईएमयू ट्रेनों को भी रेलवे को चलाना चाहिए. इसलिए इस बजट से लोगों को उम्मीद है कि इसमें इन ट्रेनों के दोबारा चलाने का ऐलान किया जा सकता है.
फरीदाबाद से पूर्वांचल के लिए सीधी ट्रेन की मांग
वहीं पूर्वांचल के लोग भी फरीदाबाद से पूर्वांचल, बिहार के लिए सीधी ट्रेन सेवा की मांग कर रहे हैं. वर्तमान में यहां के लोगों को पूर्वांचल और बिहार की ट्रेन पकडऩे के लिए दिल्ली जाना पड़ता है. बता दें कि फरीदाबाद में बड़ी संख्या में बिहार और पूर्वांचल के लोग रहते हैं. ऐसे में जब भी उन्हें अपने जाना पड़ता है तो उन्हें ट्रेन पकडऩे के लिए दिल्ली जाना पड़ता है. इसलिए लोगों की मांग है कि फरीदाबाद से बिहार और पूर्वांचल के लिए भी सीधी ट्रेनों के इस बजट में घोषणा होनी चाहिए.