भारत के दूसरे चंद्रयान मिशन में 1:15 पर वह ऐतिहासिक क्षण आया जब चंद्रयान से विक्रम लेंडर और प्रज्ञान रोवर सफलतापूर्वक अलग किया गया। भारत के चंद्रयान मिशन का ये सबसे महत्वपूर्ण क्षण था जब दोनों को अलग किया गया। ऑर्बिटर अपने पथ पर अगले 1 साल लगातार चक्कर लगाता रहेगा और चंद्रमा की तस्वीरें हमसे साझा करता रहेगा। विक्रम लैंडर के अंदर प्रज्ञान रोवर है जब विक्रम कि चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करवाई जाएगी उसके 2 घंटे बाद प्रज्ञान उसके अंदर से निकलकर चंद्रमा की सतह पर प्रयोग करेगा। भारत के चंद्रमा को जानने के लिए तैयार किया गया यह मिशन भारतीय मेघा को दुनिया भर में स्थापित करने का काम करेगा