पॉपुलर शो 'रिश्तों का मांझा' अपनी दिलचस्प कहानी और अर्जुन (कृशाल आहुजा) और दीया (आंचल गोस्वामी) जैसे अपने-से लगने वाले किरदारों के साथ दर्शकों के दिलो-दिमाग पर छा गया है। जहां हर एक्टर अपने रोल में परफेक्शन लाना चाहता है, वहीं आंचल गोस्वामी भी इस मामले में अलग नहीं हैं। वो एक्टिंग को एक कला मानती हैं और इसे तराशने में घंटों बिता देती हैं। असल में हर दिन शूटिंग के बाद वो अगले दिन की स्क्रिप्ट घर पर ले जाती हैं और आईने के सामने खड़ी होकर अपने सभी डायलॉग्स की रिहर्सल करती हैं और अपने एक्सप्रेशंस को बेहतर बनाने में जुट जाती हैं।
आपको बता दें कि श्रद्धा कपूर जबयंग थीं, तो वो भी आईने के सामने खड़ी होकर डायलॉग्स बोलती थीं, अलग-अलग किरदारों की नकल करती थीं और इस एक्सरसाइज़ के जरिए अपने एक्सप्रेशंस में निखार लाती थीं। आंचल गोस्वामी ने कहा, ''मुझे लगता है एक्टर्स पानी की तरह होते हैं, आप उन्हें जिस बर्तन में डालो, वो उसी आकार में ढल जाते हैं। मैं भी नियमित रूप से अपनी काबिलियत संवारने की कोशिश करती हूं। मेरे आईने ने मेरे हर बदलते किरदार को देखा है और यह अब तक मेरा इकलौता दोस्त रहा है।'' मालूम हो कि 'रिश्तों का मांझा' सोमवार से शनिवार शाम सात बजे ज़ी टीवी पर प्रसारित है।