ताजातरीन फिक्शन शो 'मिठाई' एक लव स्टोरी और एक फैमिली ड्रामा का एक सुंदर संगम है, जो बड़ी खूबसूरती से पारंपरिक मिठाइयों से भरे एक डिब्बे में सजाकर पेश किया जा रहा है। जब से इस शो की शूटिंग शुरू हुई है, इसके लीड किरदार - आशीष भारद्वाज और देबŸामा सहा अपने किरदारों को दर्शकों के करीब लाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। असल में दर्शकों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि आशीष ने अपने किरदार सिद्धार्थ को बेहतर ढंग से समझने के लिए उसके लिए एक छोटी-सी कविता भी लिखी है। आशीष उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर खतौली के रहने वाले हैं और उन्हें कविताएं लिखने का बहुत शौक है।
'मिठाई' की शूटिंग शुरू करने से पहले जब उन्हें सिद्धार्थ के बारे में बताया गया कि वो एक व्यवहारिक लड़का है, जो अपनी मां की असामयिक मौत के बाद से सख्त हो गया है, तो अपने किरदार को उजागर करने के लिए उन्होंने कुछ लाइनें लिखीं। आशीष ने लिखा, ''न शाखा जुड़ी, न जड़ पकड़ी, फिर भी जिं़दा हूं मैं, अधूरा हूं मैं।'' यह पंक्तियां बड़ी खूबसूरती से उस एहसास को बयां करती हैं, जिससे सिद्धार्थ गुजर रहा है। उन्होंने अपने किरदार की भावना को समझने और इसे अच्छी तरह से निभाने के लिए इसे यह लिखा है।'' मालम हो कि मिठाई शो सोमवार से शनिवार शाम सात बजे ज़ी टीवी पर प्रसारित है।