छोटे पर्दे पर भी दशहरे के साथ त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है। इस अवसर पर एण्डटीवी अपने शोज में धमाकेदार दशहरा ट्रैक्स के साथ दिलचस्प कहानियां परोसेगा। 'घर एक मंदिर-कृपा अग्रसेन महाराज की', 'मौका-ए-वारदात- आॅपरेशन विजय' 'और भई क्या चल रहा है?', 'हप्पू की
उलटन पलटन' और 'भाबीजी घर पर हैं' देखिये और इस दशहरा वीक में बुराई पर अच्छाई की जीत वाली भावनाओं एवं पलों का आनंद उठाइये। 'घर एक मंदिर-कृपा अग्रसेन महाराज की' में गेंदा अग्रवाल (श्रेणु पारिख) अपने पति वरूण अग्रवाल (अक्षय महात्रे) से नाराज है। क्या इस बार दशहरा पर गेंदा
और वरूण के रिश्ते की नई शुरूआत होगी? 'मौका-ए-वारदात- आॅपरेशन विजय' में दुष्ट दैत्य की हार के साथ बुराई पर अच्छाई की एक अनूठी जीत के दर्शन होंगे। ऐसा माना जाता है कि दशहरा नई शुरूआत, समृद्धि और खुशियां लेकर आता है। लेकिन वास्तव में कोई भी चीज हमें कई चुनौतियों एवं बाधाओं को पार करने के बाद ही हासिल हो पाती है।
'और भई क्या चल रहा है' में कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा।
दशहरा हमें यह सीख देता है कि बुराई पर हमेशा ही अच्छाई की जीत होती है, लेकिन ''हप्पू की उलटन पलटन' के हप्पू (योगेश त्रिपाठी) की पलटन रामलीला देखने के बाद अत्याचारी रावण से बेहद प्रभावित है। उनका कहना है कि हालांकि, आखिर में रावण मारा जाता है, लेकिन उसका जीवन काफी शान-ओ-शौकत वाला था और वह लंका का राजा बनकर जिया। ''भाबीजी घर पर हैं' में दशहरा उत्सव शुरू हो चुका है और पूरी माॅडर्न काॅलोनी इसे लेकर बहुत उत्साहित है। लेकिन चूंकि, रामलीला एक सबसे सुनियोजित गतिविधि है, इसलिये काॅलोनी के पुरूष खासकर विभूति और तिवारी को लगता है कि
राम बनने के लिये वह सबसे योग्य शख्स हैं।
रामलीला के किरदारों को चुनने की प्रक्रिया को आसान और सुचारू बनाने के लिये कमिटी फैसला करती है कि जिस भी व्यक्ति को उसके व्यवहार के आधार पर सबसे अधिक प्वाइंट्स मिलेंगे, उसे ही राम का किरदार निभाने के लिये चुना जायेगा। विभूति और मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गौड़) दोनों ही एक-दूसरे के श्री राम बनने के मौके को बर्बाद करने की कोशिश में जुट जाते हैं।