मूल रुप से गाजियाबाद निवासी पाॅपुलर एक्ट्रेस अदिति रावत के कुछ बेहतरीन कामों में विघ्नहर्ता गणेश, कलीरें, शिवार्जुन एक इच्छाधारी की दास्तान और मैं भी अर्धांगिनी शामिल हैं। आज़ाद चैनल के शो 'हरी मिर्च लाल मिर्च एक तीखी एक करारी में' टिया के रूप में वह एक निडर परिवार की एक बोल्ड, मस्ती-प्रेमी,आजाद ख्यालों वाली लड़की का रोल निभा रहीं हैं। टिया एक 'बाहुबली' की
मुझे अपनी सफलता पर पूरा भरोसा है-
अदिति रावतमूल रुप से गाजियाबाद निवासी पाॅपुलर एक्ट्रेस अदिति रावत के कुछ बेहतरीन कामों में विघ्नहर्ता गणेश, कलीरें, शिवार्जुन एक इच्छाधारी की दास्तान और मैं भी अर्धांगिनी शामिल हैं। आज़ाद चैनल के शो 'हरी मिर्च लाल मिर्च एक तीखी एक करारी में' टिया के रूप में वह एक निडर परिवार की एक बोल्ड, मस्ती-प्रेमी, आजाद ख्यालों वाली लड़की का रोल निभा रहीं हैं। टिया एक 'बाहुबली' की बेटी है। उसकी परवरिश पुरुषों ने की थी और उसके जीवन में एक मां की कमी के कारण वो एक लड़की वाली भावनाओं से दूर है। वो एक आधुनिक और व्यावहारिक लेकिन भावनात्मक और प्यार करने वाली लड़की है, और जो चाहती है उसे हासिल करने के लिए जोड़-तोड़ कर सकती है। उसका मानना है - जहां सीधेपन को जगह नहीं मिलती, वहां चालाकी काम आती है। पहले वो एक जिद्दी लड़की होती है, जो अपनी सास के साथ मेल नहीं खाती और ना वो मूल्यों में यकीन रखती है। आगे चलकर वो ईमानदारी और न्याय का मूल्य समझती है और बड़ों का सम्मान और रिश्तों का महत्व सीखती है। अंततः उसे एक मां जैसा कोई मिलता है और उसके जीवन में संतुलन आता है। अदिति रावत ने अपने नए शो और अन्य बहुत-सी बातों के बारे में चर्चा कर रही हैं।
- आपने इस रोल के लिए कैसे तैयारी की?
यहां मैं अपने निर्देशक की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे वर्कशॉप्स कराईं। हमने कुछ दिनों तक वर्कशॉप कीं ताकि हम अच्छा परफॉर्म कर सकें। मैं इस भूमिका को निभाने के लिए बेहद उत्साहित थी।
- शूटिंग के दौरान आप सेट पर रचनात्मक मतभेदों से कैसे निपटेंगी?
मैं इस पर अपने क्रिएटिव हेड से चर्चा करूंगी और मुझे यकीन है कि वे मेरी समस्या का तुरंत समाधान करेंगे। मेरे टिक टॉकर किरदार की शादी एक रूढि़वादी परिवार में हो जाती है, जहां सिर्फ एक आदमी का हुक्म चलता है। टिया असभ्य नहीं है, लेकिन वो गलत के आगे नहीं झुकेगी। उसके पिता ने अकेले ही उसे एक प्रभावशाली महिला बनने के लिए पाला है। वो कैसे धीरे-धीरे अपने ससुराल वालों को सही रास्ते पर लाती है, संक्षेप में ये हमारी कहानी है। मुझे उम्मीद है कि आजाद अच्छा प्रदर्शन करेगा क्योंकि उनके पास अलग-अलग कॉन्सेप्ट हैं।
- आपका शो एमएक्स पर भी स्ट्रीम होता है, लेकिन क्या कोई फैमिली शो
ऐसे प्लेटफॉर्म पर देखा जाएगा, जिस पर आम तौर पर तेज तर्रार कॉन्टेन्ट परोसा जाता है?मुझे नहीं लगता कि बोल्ड होना ही सफलता का एकमात्र पैमाना है। अंत में जो चलता है, वो है अच्छा कॉन्टेन्ट, और इसी मामले में हम एक कदम आगे हैं। इसलिए मुझे अपनी सफलता पर पूरा भरोसा है।बेटी है। उसकी परवरिश पुरुषों ने की थी और उसके जीवन में एक मां की कमी के कारण वो एक लड़की वाली भावनाओं से दूर है। वो एक आधुनिक और व्यावहारिक लेकिन भावनात्मक और प्यार करने वाली लड़की है, और जो चाहती है उसे हासिल करने के लिए जोड़-तोड़ कर सकती है। उसका मानना है - जहां सीधेपन को जगह नहीं मिलती, वहां चालाकी काम आती है। पहले वो एक जिद्दी लड़की होती है, जो अपनी सास के साथ मेल नहीं खाती और ना वो मूल्यों में यकीन रखती है। आगे चलकर वो ईमानदारी और न्याय का मूल्य समझती है और बड़ों का सम्मान और रिश्तों का महत्व सीखती है। अंततः उसे एक मां जैसा कोई मिलता है और उसके जीवन में संतुलन आता है। अदिति रावत ने अपने नए शो और अन्य बहुत-सी बातों के बारे में चर्चा कर रही हैं।
- आपने इस रोल के लिए कैसे तैयारी की?
यहां मैं अपने निर्देशक की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे वर्कशॉप्स कराईं। हमने कुछ दिनों तक वर्कशॉप कीं ताकि हम अच्छा परफॉर्म कर सकें। मैं इस भूमिका को निभाने के लिए बेहद उत्साहित थी।
- शूटिंग के दौरान आप सेट पर रचनात्मक मतभेदों से कैसे निपटेंगी?
मैं इस पर अपने क्रिएटिव हेड से चर्चा करूंगी और मुझे यकीन है कि वे मेरी समस्या का तुरंत समाधान करेंगे। मेरे टिक टॉकर किरदार की शादी एक रूढि़वादी परिवार में हो जाती है, जहां सिर्फ एक आदमी का हुक्म चलता है। टिया असभ्य नहीं है, लेकिन वो गलत के आगे नहीं झुकेगी। उसके पिता ने अकेले ही उसे एक प्रभावशाली महिला बनने के लिए पाला है। वो कैसे धीरे-धीरे अपने ससुराल वालों को सही रास्ते पर लाती है, संक्षेप में ये हमारी कहानी है। मुझे उम्मीद है कि आजाद
अच्छा प्रदर्शन करेगा क्योंकि उनके पास अलग-अलग कॉन्सेप्ट हैं।
- आपका शो एमएक्स पर भी स्ट्रीम होता है, लेकिन क्या कोई फैमिली शो ऐसे प्लेटफॉर्म पर देखा जाएगा, जिस पर आम तौर पर तेज तर्रार कॉन्टेन्ट परोसा जाता? मुझे नहीं लगता कि बोल्ड होना ही सफलता का एकमात्र पैमाना है। अंत में जो चलता है, वो है अच्छा कॉन्टेन्ट, और इसी मामले में हम एक कदम आगे हैं। इसलिए मुझे अपनी सफलता पर पूरा भरोसा है।