अभी हाल में ही शुरु हुये शो 'अगर तुम ना होते' में हिमांशू सोनी अभिमन्यु का रोल निभाते नज़र आ रहे हैं। हिमांशू सोनी से हुई बातचीत के मुख्य अंश---
- यह शो उन रोमांटिक ड्रामाज़ से किस तरह अलग हैं?
मुझे लगता है कि 'अगर तुम ना होते' में सिर्फ रोमांस नहीं है बल्कि एक इंटेंस ड्रामा भी है। यह कहानी एक नर्स और उसके मरीज के बीच एक खास रिश्ता दिखाती है, जिसके बारे में हमारे समाज में अक्सर बात नहीं होती। यह शो बताता है कि कैसे जिंदगी की हर मुश्किल या हर चुनौती के वक्त एक इंसान ऐसा होता है, जो ना तो आप से हार मानता है और ना ही आपको हार मानने देता है। हम सभी को ऐसे ही एक सहारे की जरूरत होती है और हमारी कहानी बड़ी खूबसूरती से इसी बात को दिखाती है। इस तरह भारतीय टेलीविजन के किसी भी शो में अब तक नहीं दिखाया गया है।
- इस शो में अपने किरदार के बारे में कुछ बताएं?
मैं अभिमन्यु का रोल निभा रहा हूं जो एक आकर्षक, अमीर और सामान्य नजर आने वाला यंग मैन है। उसे माउथ ऑर्गन बजाना बहुत अच्छा लगता है और वो शो में इसे कई बार बजाता नजर आएगा। हालांकि उसका एक दूसरा पक्ष भी है और वो मानसिक अस्थिरता के कारण कई बार आक्रामक हो जाता है। उसकी हालत उसे उस स्थिति में ले आई है, जहां ज्यादातर सीनियर डॉक्टर्स जवाब दे चुके हैं और उसे अपने आप से संघर्ष करने के लिए छोड़ दिया जाता है। सिर्फ एक इंसान को यह विश्वास है कि वो उसकी मदद कर सकता है और वो है उसकी नर्स, जो उसे ठीक करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- किसी ऐसे किरदार को निभाना कितना मुश्किल है जो सनकी है और बेहद आक्रामक भी?
यह वाकई एक चैलेंजिंग रोल है, लेकिन आखिर चैलेंजेस किसे अच्छे नहीं लगते? एक शांत इंसान से अचानक खुद को ही नुकसान पहुंचाने वाला एक बेलगाम इंसान बन जाना, इस किरदार की सबसे मुश्किल बात है। मुझे उम्मीद है कि मैं इस कड़ी मेहनत के साथ अपने किरदार के साथ न्याय कर पाऊंगा।
- आपके किरदार को देखते हुए ऐसा लगता है कि यह शो डिप्रेशन के विषय में झांकता है? मेरा किरदार मानसिक रूप से अस्थिर है, लेकिन वो अवसाद (डिप्रेशन) में नहीं है। वो साधारण परिस्थितियों में किसी भी सामान्य इंसान की तरह होता है, लेकिन कभी-कभी अनियंत्रित हो जाता है। हमारा शो मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जरूर बात करता है, लेकिन अवसाद के बारे में नहीं। हालांकि डिप्रेशन पर मेरे व्यक्तिगत विचारों की बात करें तो मुझे खुशी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सामने आकर अपने निजी अनुभव बता रहे हैं ताकि दूसरे लोग इस समस्या की गंभीरता को समझ सकें। बेहतर होगा यदि हम अकेले में तकलीफ झेलने की बजाय, इस बारे में किसी से मदद मांगें। हमारा शो यह दिखाता है कि किस तरह किसी सहारे की मदद से आप एक ऐसे शख्स में उम्मीद जगा सकते हैं, जो मानसिक समस्याओं का सामना कर रहा है।
- सिमरन कौर के साथ आपका कैसा तालमेल है?
हमने अभी-अभी अगर तुम ना होते की शूटिंग शुरू की है और हमारा अब तक का अनुभव शानदार रहा। सिमरन बहुत टैलेंटेड और मेहनती हैं और अपनी किसी भी को-एक्टर में मैं सबसे पहले यही खूबी देखता हूं। हम अपने दृश्यों की रिहर्सल के दौरान काफी चर्चा करते हैं और हर दिन यह सीखने का अनुभव होता है। शूटिंग के दौरान हमारे बीच बहुत अच्छी समझ होती है और मुझे लगता है कि इससे हमें अपने शो को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।