भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री के लिए 2021 की शुरुआत बड़ी अनिश्चितता भरी हुई। हालांकि इसे एक अवसर के रूप में लेते हुये दर्शकों को प्रेरणा भरी कहानियां दिखाईं। कुल मिलाकर, ज़ी टीवी के लिए यह साल बड़ा हलचल भरा रहा। आइए देखते हैं गुजरे साल में दर्शकों के. लिए छोटे पर्दे पर क्या-क्या प्रस्तुत किया। नए साल की शुरुआत में दर्शकों को इम्प्रेस करते हुए ज़ी टीवी ने दो नए शोज़ प्रस्तुत किए। इनमें से पहला एक दिलचस्प और प्रेरणादायकफिक्शन शो तेरी मेरी इक्क जिंदड़ी था, जिसके बाद लीक से हटकर एक अभूतपूर्व सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन प्रो म्यूज़िक लीग प्रस्तुत किया गया।
जहां महामारी के चलते बेहद निराशाजनक माहौल बन गया था, वहीं इस दौरान ज़ी टीवी ने देश का मूड संवारने के लिए दो अनोखे और मजेदार कॉमेडी शोज़ प्रस्तुत किए, जिसने सभी को हंसी का वो माहौल दिया, जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। कोविड-19 महामारी की दूसरी घातक लहर के दौरान इस चैनल ने द हैप्पी ऑवर शो के जरिए पूरे देश के चेहरों पर हंसी बिखेरने का प्रयास किया। अपनी गुदगुदाने वाली जोरदार कॉमेडी के साथ दर्शकों का मूड संवारने के उद्देश्य से ज़ी टीवी ने ज़ी कॉमेडी शो में स्टैंडअप से लेकर मजेदार स्किट्स तक और स्पूफ्स से लेकर पैरोडीज़ तक, कॉमेडी का एक पूरा जहान प्रस्तुत किया।
की पृष्ठभूमि पर आधारित भाग्य लक्ष्मी एक क्लासिक कहानी है, जो यह बताती है कि निस्वार्थ भाव और अच्छे कर्मों का सबसे बड़ा फल होता है अच्छा भाग्य। दर्शकों को दो नए शोज़ पेश करते हुए ज़ी टीवी ने मीत और रिश्तों का मांझा लॉन्च किया जो आधुनिक समाज के ताने-बाने को बदल देंगे। सबसे लंबे समय तक चलने वाले सिंगिंग रियलिटी शो सारेगामापा के 26 सालों का जश्न मनाते हुए ज़ी टीवी ने इस साल म्यूज़िक का सबसे बड़ा त्यौहार प्रस्तुत किया। एक ताजगी भरे रोमांटिक ड्रामा के साथ अपने दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए ज़ी टीवी ने अगर तुम ना होते पेश किया।
अपने दर्शकों के लिए साल 2021 का सबसे बड़ा ऐतिहासिक महा धारावाहिक प्रस्तुत करते हुए ज़ी टीवी का नया शो काशीबाई बाजीराव बल्लाल मराठा साम्राज्य की सबसे प्रतिष्ठित महिला की एक अनसुनी कहानी दिखाता है। ज़ी टीवी हाल ही में अपना नया शो - इस मोड़ से जाते हैं लेकर आया जो दर्शकों को उन औरतों के प्रति दोबारा सोचने पर मजबूर कर रहा है, जो अपने पुरुष सहयोगियों से ज्यादा सफलता हासिल कर रही हैं। अपने दर्शकों का मनोरंजन करनेऔर समाज की रूढ़िवादी सोच पर सवाल उठाने वाला बेहद सराहा गया शो 'अपना टाइम भी आएगा' एक खुशनुमा मोड़ पर आकर समाप्त हुआ।
एक दूसरे से बिल्कुल अलग दो इंसानों -चाहत (प्रतिभा रांटा) और नील (राजवीर सिंह) की अनोखी प्रेम कहानी 'कुर्बान हुआ' ने इन दोनों की खट्टी-मीठी नोकझोंक के साथ दर्शकों का मनोरंजन किया। इस शो ने दर्शकों से एक खास रिश्ता बना लिया और उन्हें खुद से बांध लिया। जहां ज़ी टीवी ने कई नई कहानियां प्रस्तुत कीं, वहीं इस चैनल के दो शोज़ कुमकुम भाग्य और कुंडली भाग्य लगातार दर्शकों के दिलों पर राज करते रहे।
इस साल कुमकुम भाग्य भारतीय टेलीविजन के इतिहास के उन चुनिंदा शोज़ में शामिल हो गया, जिसने 2000 एपिसोड्स पूरे कर लिए। इस बीच कुंडली भाग्य में प्रीता और करण अंततः शादी के बंधन में बंध जाते हैं और फिर लीप के बाद जब सब चीजें ठीक होने लगती हैं तो प्रीता को पता चलता है कि वो कभी मां नहीं बन सकती। यह जानकर लूथरा परिवार निराश हो जाता है, लेकिन उनकी जिंदगी में पीहू के आने से सबकुछ बदल जाता है।