सभी देवियों में महाकाली को सबसे भयंकर माना जाता है, वे बुराई का नाश करने वाली हैं और हिन्दुओं की श्रेष्ठतम देवियों में से एक हैं। वे सबसे पुरानी नारी शक्तियों में से एक हैं, जो नारीत्व की ऊर्जा, रचनात्मकता और उर्वरता का साकार रूप हैं; वह पार्वती का अवतार हैं, जो हिन्दुओं के महान भगवान शिव की पत्नी हैं। महाकाली उस शक्ति का प्रतीक हैं, जो महिलाओं को आज की दुनिया के आधुनिक राक्षसों से लड़ने के लिये चाहिये। टीवी कलाकारों ने बताया कि महाकाली कैसे उन्हें आज की सशक्त महिला बनने की प्रेरणा देती हैं। 'बाल शिव' की देवी पार्वती, यानि शिव्या पठानिया ने कहा, ''महाकाली महिलाओं के लिये इसकी बड़ी प्रेरणा हैं कि वे बुराई से लड़ें, उसका शिकार न बनें और बुराई को बाहर और अपने भीतर से भी निकाल फेंकें।''
'घर एक मंदिर- कृपा अग्रसेन महाराज की' की गेंदा अग्रवाल, यानि श्रेणु पारिख ने कहा, ''शक्ति का आशय सफलता से नहीं है। देवी काली महिलाओं को जीवन में विभिन्न बुराइयों को हराने के लिये अपने भीतर की शक्ति से काम लेने की प्रेरणा देती हैं।'' 'और भई क्या चल रहा है?' में सकीना मिर्ज़ा का किरदार निभा रहीं अकांशा शर्मा ने कहा, '' महाकाली उस शक्ति का प्रतीक हैं, जो हमें पलटकर लड़ना और अपने जीवन में सभी बुराइयों के विरूद्ध खड़ा होना सिखाती है। मैं अपने भीतर माँ काली का अनुभव करती हूँ।'' 'हप्पू की उलटन पलटन' की राजेश, यानि कामना पाठक ने कहा, ''काली माँ एक शक्तिशाली माँ हैं।
वे बुराइयों से बचाती हैं।'' 'भाबीजी घर पर हैं' की अंगूरी भाबी, यानि शुभांगी अत्रे ने कहा, '' महाकाली प्रचंडता और शक्ति का बिलकुल सही मेल हैं। महाकाली प्रकृति की अभिव्यक्ति हैं। प्रकृति की तरह, उनका एक पहलू विनाशात्मक है तो दूसरा पहलू बहुत ही प्यारभरा है।''