हनुमान के निर्देशक प्रशांत वर्मा बोले, ग्लोबल होने के लिए पहले लोकल होने की जरूरत है
निर्देशक प्रशांत वर्मा, जो अपनी आने वाली सुपरहीरो फिल्म हनुमान की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं, ने कहा है कि किसी कहानी की वैश्विक अपील के लिए यह जरूरी है कि वह अपनी संस्कृति में निहित हो और वहां के लोगों के जीवन को पर्दे पर उतारे।निर्देशक ने फिल्म के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के मौके पर मीडिया से बात की, जिसमें तेलुगू सुपरस्टार राणा दग्गुबाती ने भी युवा फिल्म निर्माता और उनकी रचना का समर्थन किया।प्रशांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ग्लोबल ऑडियंस पहले ही मार्वल और डीसी के सुपरहीरो देख चुकी हैं।
ग्लोबल ऑडियंस के बीच एक नया सुपरहीरो लाने के लिए, आपको ग्लोबल होने के लिए लोकल होने की जरूरी है।निर्देशक ने आगे कहा, आरआरआर की सफलता इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
आरआरआर के निर्माताओं ने एक ऐसी कहानी बुनी जो संस्कृति में निहित थी। उन्होंने छोटी-छोटी चीजों, लैंग्वेज, कॉस्टयूम, लैंडस्केप आदि पर ध्यान दिया और रिजल्ट सबके सामने है।उन्होंने कहा, अपनी कहानियों को ग्लोबल ऑडियंस तक ले जाने के लिए आपको जड़ों से जुड़े होने की जरूरत है, उन्हें जेम्स बॉन्ड जैसी शैली की कहानी बताने से उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनके पास पहले से ही वो फिल्में हैं।हनुमान 12 जनवरी को कई भाषाओं में सिनेमाघरों में आने के लिए तैयार है।