स्वर्गीय किशोर कुमार पिछले साल सारेगामापा लिटिल चैंप्स की शानदार सफलता के बाद सबसे लंबे समय तक चलने वाले सिंगिंग रियलिटी शो सारेगामापा के आगामी एपिसोड में टाॅप 16 कंटेस्टेंट्स संगीत के एक जबर्दस्त मुकाबले में हिस्सा लेंगे। जहां उनका टैलेंट देश भर के दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगा, वहीं जाने-माने संगीतकार एवं गायक बप्पी लाहिरी बतौर विशेष मेहमान इस शो में पुराने दौर का जादू जगाएंगे। इसके अलावा कल्याणजी-आनंदजी की मशहूर संगीतकार जोड़ी के लेजेंडरी कम्पोज़र आनंद वीरजी शाह भी हर कंटेस्टेंट से रूबरू हुए और अपने बनाए गानों से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से भी सुनाए।
कल्याणजी-आनंदजी स्पेशल एपिसोड के दौरान सभी कंटेस्टेंट्स ने आनंद जी के कुछ यादगार गानों को रीक्रिएट करके उनकी पुरानी यादें ताजा कर दीं। इनमें ऐसे ही एक कंटेस्टेंट सचिन कुमार वाल्मीकि भी शामिल थे, जिन्होंने 'ओ साथी रे' और 'मेरे मितवा, मेरे मीत रे' जैसे गानों पर दिल छू लेने वाली परफॉर्मेंस दी। इस रीक्रिएशन को देखकर
आनंद जी पूरी तरह मंत्रमुग्ध हो गए और उन्होंने यादों के पिटारे से एक दिलचस्प किस्सा सुनाया कि किस तरह 'ओ साथी रे' गाना बना था और इसकी रिकॉर्डिंग के समय किशोर कुमार ने क्या महसूस किया था।
इस गाने की रिकॉर्डिंग के दिनों को याद करते हुए आनंद वीरजी शाह ने बताया, ''जब हम ये गाना रिकॉर्ड कर रहे थे तो मैंने किशोर कुमार से कहा था कि इस गाने के बोल की
गहराइयों में उतरकर इसे दिल से गाएं, क्योंकि ये गाना कुछ और नहीं बल्कि आपके दिल की आवाज है और यदि इसमें वो बात नहीं आई तो ये सपाट नोट्स बनकर रह जाएंगे।'' किशोर
दा एक ऐसे इंसान थे, जो अपनी आत्मा से गाते थे और हम सभी इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं। जब उन्होंने इस गाने से जुड़ी मेरी सोच के बारे में सुना, तो वो इस गाने में
पूरी तरह डूब गए और क्योंकि ये गाना उस खास इंसान के बारे में है, जो बहुत जल्द विदा लेने वाला है, तो उन्होंने इसे उसी तरह से सोचा। जब गाना रिकॉर्ड हुआ और मैंने
उनकी आवाज सुनी, तब मुझे उनके काम के प्रति उनकी लगन और समर्पण का एहसास हुआ। किसी गाने की गहराई में उतरने के लिए कोई इस हद तक जाकर महसूस कर सकता है, तो वो सिर्फ किशोर कुमार थे।'' गौरतलब है कि सारेगामापा शो शनिवार और रविवार रात नौ बजे ज़ी टीवी पर प्रसारित है।