दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। इस त्यौहार के जश्न से जुड़े अपने पिछले अनुभवों के बारे में बताते हुए, कुमकुम भाग्य की पूजा बनर्जी, रिश्तों का मांझा के कृशाल आहुजा, मीत की आशी सिंह, भाग्य लक्ष्मी की पारुल चैधरी और क्यों रिश्तों में कट्टी बट्टी की सपना ठाकुर जैसे ज़ी टीवी के कलाकारों ने बताया कि दशहरा का त्यौहार उनके
जीवन में कितना सार्थक और महत्वपूर्ण रहा है। कुमकुम भाग्य में रिया की भूमिका निभा रहीं पूजा बनर्जी ने बताया, ''दशहरा एक ऐसा त्यौहार है, जिसका मैं भरपूर मजा लेती हूं। असल में, जब मैं छोटी थी, तो मेरे लिए यह दोगुना मजा होता था, क्योंकि हमारे यहां परिवार के दुर्गा पूजा पंडाल में नवमी पूजा होती थी, जिसके बाद मैं चुपके से अपने दोस्तों के साथ गरबा खेलने निकल जाती थी।
वो वाकई बड़े मजेदार दिन थे। अफसोस कि मैं कुछ वर्षों से ऐसा नहीं कर पा रही हूं। मैं सभी से हर तरह से सुरक्षित रहने की अपील करती हूं और उनके लिए त्यौहारों के एक सुखमय और समृद्ध सीज़न की कामना करती हूं।''रिश्तों का मांझा में अर्जुन का रोल निभा रहे कृशाल आहुजा ने कहा, ''कोलकाता में
रहने का फायदा यह है कि दशहरे के दौरान दुर्गा मां के विसर्जन समारोह को देखा जा सकता है। मेरा बचपन घाटों पर लोगांे को नाचते-गाते और ढोल-नगाड़ों का आनंद लेते देखते और दशहरे पर मां दुर्गा को विदा करते हुए गुजरा है। मेरी ओर से सभी को दशहरा की शुभकामनाएं।''
भाग्य लक्ष्मी में करिश्मा का रोल निभा रहीं पारुल चैधरी कहती हैं, ''दशहरा त्यौहार से जुड़ी बचपन की बहुत-सी यादें हैं। मुझे अब भी याद है, जब मैं दिल्ली में रह रही थी, तब हम हर साल कई राम लीलाओं में जाते थे और हम इसे इसकी संपूर्णता में देखते थे। मंच के कलाकार पूरी कहानी प्रस्तुत करते थे और त्यौहार के अंतिम दिन के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए रावण के इस विशाल पुतले को पटाखों के साथ जला दिया जाता था! राम का किरदार निभाने वाला कलाकार पुतले में आग लगाने के लिए जलता हुआ तीर चलाकर समारोह का नेतृत्व करता था। मेरी ओर से आप सभी को दशहरे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।''
क्यों रिश्तों में कट्टी बट्टी में समायरा की भूमिका निभा रहीं सपना ठाकुर ने बताया, '' चंडीगढ़ में भी यह त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। असल में, मुख्य त्यौहार से बीस दिन पहले, हम अपने करीबी लोगों के साथ राम लीला भी सेलिब्रेट करते हैं। उन
दिनों की कई खूबसूरत यादें हैं। मुझे याद है हम सभी ठंड के मौसम में एक साथ मिलते थे और मूंगफली और अन्य स्नैक्स चबाते हुए रात भर उत्सव का अनुभव करते थे। मैं सभी के लिए एक सुखमय उत्सव की कामना करती हूं।'' मीत में मीत हुड्डा के रोल में नजर आ रहीं आशी सिंह कहती हैं, ''बुराई पर अच्छाई की जीत - मुझे लगता है कि दशहरे के पीछे का यह विचार बहुत मजबूत है और आज के माहौल में भी बहुत मायने रखता है। ये उत्सव सिखाता है कि कैसे धैर्य के गुण से सबकुछ हासिल किया जा सकता है। ये त्यौहार यह भी दर्शाता है कि जब तक एक इंसान अपनी मूल नैतिकता और मूल्यों का पालन करता है, तब तक वो सही रास्ते पर होता है। मैं कामना करती हूं कि यह त्यौहारी सीजन सभी के जीवन में और ज्यादा खुशियां, उमंग और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आए।''