केरल समेत अब महाराष्ट्र में भी पहुंचा जीका वायरस, स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की भीषण तबाही के बाद अब वहां जीका वायरस का खतरा मंडरा रहा है. पुणे में जीका वायरस का पहला मामला आ चुका है. जिसके बाद से ही प्रशासन अलर्ट है. इधर, जिला प्रशासन ने 75 से ज्यादा गांवों में जीका वायरस फैलने की अशंका जाहिर की है. हालांकि, प्रशासन ने इससे निपटने की पूरी तैयारी भी कर ली है. फिर भी केरल में जीका वायरस से मची तबाही को देखते हुए प्रशासन कोई भी रिस्क लेने के पक्ष में नहीं हैं.
इसके अलावा ग्राम पंचायत स्तर पर, जिला प्रशासन ने तालुका प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को एहतियाती उपायों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया है. कलेक्टर ने इन गांवों की लिस्ट भी जारी की है, जिन गावों में जीका, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां हैं. इसी वजह से जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिन गांवों में पिछले तीन सालों में लगातार डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बिमारियां है, उन्हें जीका वायरस के लिए अतिसंवेदनशील माना जाए.
बता दें कि जीका वायरस एडीज मच्छर से फैलता है. ये ही मच्छर डेंगू और चिकनगुनियां फैलाते हैं. ऐसे मच्छर महाराष्ट्र समेत पूरे देश में देखने को मिलते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं, जो सुबह जल्दी और दोपहर या शाम को चरम पर होते हैं.