22 साल पहले बिहार से चोरी हुई 1200 वर्ष पुरानी बुद्ध प्रतिमा इटली में बरामद, लाई जाएगी भारत
22 साल पहले बिहार से चोरी हुई 1200 वर्ष पुरानी बुद्ध प्रतिमा इटली में बरामद, लाई जाएगी भारत
कुछ दिन पहले 18वीं शताब्दी की मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को कनाडा से वापस काशी लाया गया था, जो 100 साल पहले चोरी हो गई थी | अब सरकार करीब 1200 साल पुरानी भगवान बुद्ध की प्रतिमा को इटली से वापस भारत लाने जा रही है |
इटली में बरामद की गई 'अवलोकितेश्वर पद्मपाणि' मुद्रा वाली भगवान बुद्ध की इस प्रतिमा को मिलान में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास के हवाले कर दिया गया है | यह प्रतिमा 8वीं-12वीं सदी के बीच की बताई जा रही है, जो सन 2000 में बिहार के नालंदा जिले में स्थित देवीस्थान कुंडलपुर मंदिर से चोरी कर ली गई थी |
अवलोकितेश्वर पद्मपाणि मुद्रा वाली इस प्रतिमा में भगवान बुद्ध अपने बाएं हाथ में कमल पुष्प लिए खड़े हैं | भगवान बुद्ध की अवलोकितेश्वर पद्मपाणि मुद्रा को बोधिसत्व कहा जाता है, जो बुद्धों की करुणा और दयाशीलता का प्रतीक है |
मिलान स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास का कहना है कि इस प्रतिमा को लेकर जो जानकारियां सामने आई हैं उसके मुताबिक इटली आने से पहले अवलोकितेश्वर पद्मपाणि को कुछ समय के लिए फ्रांस के कला बाजार में रखा गया था | इस प्राचीन धरोहर को भारत वापस लाने में सिंगापुर इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट और आर्ट रिकवरी इंटरनेशनल की भूमिका प्रमुख रही |
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते साल सितंबर में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे तो वहां से लौटते वक्त वह अपने साथ भारत से जुड़ी 157 महत्वपूर्ण कलाकृतियों को लेकर आए थे.
भारतीय संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, 1976 से 2021 तक 55 प्राचीन मूर्तियों और कलाकृतियों को दूसरे देशों से भारत लाया गया था, इनमें से लगभग 75 प्रतिशत 2014-2021 के दौरान प्राप्त की गई हैं. साल 2014 के बाद मोदी सरकार 42 प्राचीन मूर्तियों और कलाकृतियों को दूसरे देशों से भारत वापस ला चुकी है.