29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के बाद से अब तक 51,000 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। मंगलवार को 6,537 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था दो सुरक्षा काफिले के साथ कश्मीर के लिए रवाना हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि 6,537 तीर्थयात्री जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुए।
अधिकारियों ने बताया, “इनमें से 2106 श्रद्धालु 105 वाहनों के सुरक्षा काफिले के साथ सुबह 3.05 बजे बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुए, जबकि 4,431 तीर्थयात्री 156 वाहनों में सवार होकर सुबह 3.50 बजे नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुए।”
मौसम विभाग ने दोनों यात्रा मार्गों पर आमतौर पर बादल छाए रहने और सुबह के समय हल्की बारिश/गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है।
यात्री या तो 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग या 14 किलोमीटर वाले छोटे बालटाल मार्ग से यात्रा करते हैं।
पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग से जाने वाले ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन बेस कैंप लौट आते हैं।
इस वर्ष की यात्रा के दौरान 7,000 से अधिक ‘सेवादार’ (स्वयंसेवक) यात्रियों की सेवा कर रहे हैं।
यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने 3 जुलाई से अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है।
दोनों मार्गों पर यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।