प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पेरिस ओलंपिक भारतीय खेलों के लिए एक लॉन्च पैड के रूप में काम करेगा और यह हमारा टर्निंग पॉइंट साबित होगा। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने आवास पर भारतीय पेरिस ओलंपिक दल के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।
पीएम मोदी ने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात की। इससे पहले पीएम मोदी ने इन सभी को लाल किले पर हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित किया था और इसके बाद पीएम हाउस में उन्हें होस्ट किया।
इस दौरान उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों से बातचीत की और ओलंपिक में उनके अनुभव को जाना।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पेरिस ओलंपिक देश के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि कई मौके और रिकॉर्ड ऐसे थे, जो भारत के ओलंपिक के इतिहास में पहली बार बने।
प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा, "ओलंपिक के लगभग 125 वर्षों में हमारी मनु दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। नीरज व्यक्तिगत स्पर्धाओं में लगातार दो ओलंपिक में स्वर्ण और रजत दोनों जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। हॉकी में भारत ने 52 वर्षों के बाद लगातार दूसरी बार पदक जीता। अमन ने मात्र 21 वर्ष की उम्र में पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया।
"अब देश अमन के जीवन के बारे में और अधिक जान रहा है, जो दर्शाता है कि व्यक्तिगत कठिनाइयों के बावजूद भी व्यक्ति अपने सपनों और लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। चुनौतियां अपनी जगह हैं, लेकिन अमन ने हमें दिखाया है कि क्या संभव है।"
पीएम मोदी ने विनेश फोगाट का जिक्र करते हुए कहा कि वो फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं जो हमारे लिए भी गर्व की बात है।
पीएम नेआगे कहा, "सात निशानेबाजी स्पर्धाओं में भारतीय निशानेबाज ओलंपिक इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंचे। तीरंदाजी में धीरज और अंकिता पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले भारतीय बने। हमारे लक्ष्य सेन, आपके मैच ने पूरे देश को ऊर्जा से भर दिया। आप सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए। हमारे अविनाश साबले ने भी स्टीपलचेज में फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, जो इस प्रारूप में भारत के लिए बड़ी सफलता है।"
पीएम मोदी ने कहा ओलंपिक के मंच पर हमारे युवाओं ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारत का यह युवा दल इस बात का प्रमाण है, खेल में भारत का भविष्य में दबदबा रहने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि पेरिस ओलंपिक भारत के लिए टर्निंग पॉइंट है। यहां के बाद हमारा भविष्य उज्जवल है। हम वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट इकोसिस्टम को तैयार करने पर प्राथमिकता दे रहे हैं। जमीनी स्तर से खिलाड़ियों को ढूंढना, तराशना और उनका पोषण करना महत्वपूर्ण है।
पीएम ने खेलो इंडिया के महत्व पर कहा, " गांवों और शहरों से प्रतिभाओं को खोजने के लिए हमने खेलो इंडिया अभियान शुरू किया। मुझे खुशी है कि इस ओलंपिक में खेलो इंडिया के 28 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इन खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया के जरिए ही अपनी यात्रा शुरू की। अब खेलो इंडिया में खेलना और जीतना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बन गया है। मेरा मानना है कि हमें खेलो इंडिया को और भी अधिक मजबूती और ध्यान देने की जरूरत है। खेलो इंडिया के जरिए भारत के लिए खिलाड़ियों की एक नई फौज तैयार हो रही है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि खिलाड़ियों को सुविधाओं और संसाधनों की कमी न हो। प्रशिक्षण में किसी तरह की दिक्कत न आए, इसलिए हम लगातार बजट बढ़ा रहे हैं। सभी जानते हैं कि एक खिलाड़ी के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना कितना जरूरी है। मुझे खुशी है कि ओलंपिक से पहले आपको कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का अनुभव मिला।
कोच, विशेषज्ञ और डाइट से लेकर उपकरण तक, विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने पर इतना ध्यान दिया गया है। पहले ऐसी सुविधाओं के बारे में सोचा भी नहीं जाता था। खिलाड़ी कड़ी मेहनत करते थे और अपनी किस्मत पर भरोसा करते थे।"