केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राहत आयुक्तों, आपदा प्रबंधन सचिवों, नागरिक सुरक्षा, गृह रक्षक, अग्निशमन सेवाओं और राज्य आपदा मोचन बलों (SDRF) के वार्षिक सम्मेलन 2025 को संबोधित किया।
अपने भाषण में अमित शाह ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि बीते 10 वर्षों में भारत इस क्षेत्र में एक वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में उभरा है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), आपदा लचीलापन अवसंरचना गठबंधन (CDRI) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को दिया।
अमित शाह ने कहा, “जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापन (ग्लोबल वार्मिंग) के चलते आज पूरा विश्व आपदाओं को लेकर चिंतित है, लेकिन यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत ने पिछले एक दशक में इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। NDMA, NDRF और CDRI जैसी संस्थाओं ने भारत को आपदा प्रबंधन के वैश्विक मानचित्र पर अग्रणी देशों की श्रेणी में खड़ा किया है।”
उन्होंने NDMA द्वारा नीति निर्माण, शोध कार्य, प्रशिक्षण, जागरूकता अभियान, मोबाइल ऐप्स के निर्माण और समन्वय स्थापित करने जैसे कार्यों की भी प्रशंसा की।
गृह मंत्री ने NDRF की सराहना करते हुए कहा कि, “यह संगठन अब देशभर में अपनी सशक्त छवि, ख्याति और सम्मान के लिए जाना जाता है। NDRF ने न सिर्फ आपदा राहत में उत्कृष्ट कार्य किया है, बल्कि SDRF के जवानों को प्रशिक्षण देने में भी अहम भूमिका निभाई है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि SDRF की भूमिका NDRF की संरचना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण रही है और SDRF को NDRF के मानकों पर प्रशिक्षित करने का कार्य भी सफलतापूर्वक किया गया है।