लंदन में बोले राहुल गांधी, "मैं नहीं,भारत का अपमान तो खुद पीएम मोदी करते हैं "
मुझे याद है कि पिछली बार प्रधानमंत्री ने विदेश जाकर घोषणा की थी कि आजादी के 70 साल में कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि हमने एक दशक खो दिया है। भारत में बेहिसाब भ्रष्टाचार है। यह सब उन्होंने विदेश में कहा था। मैंने कभी अपने देश का अपमान नहीं किया। मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा। जब वे कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ, तो क्या यह हर भारतीय का अपमान नहीं है?"
विदेशी धरती पर मोदी सरकार के खिलाफ जारी अपने अभियान के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय लोकतांत्रिक ढांचों पर 'बर्बर हमले' हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश के लिए एक वैकल्पिक नजरिये के इर्दगिर्द एकजुट होने के लिए विपक्षी दलों में बातचीत चल रही है।राहुल ने यह भी कहा कि आरएसएस और बीजेपी को हराने की जरूरत लोगों के मन में गहराई तक बैठ गई है। भारत जोड़ो के दौरान कई दृष्टिकोण थे। इस यात्रा में बहुत अंडर करंट था। उन्होंने कहा कि हम संस्थागत ढांचे से लड़ रहे हैं। आरएसएस और बीजेपी ने उन संस्थानों (जांच एजेंसी) को अपने कब्जे में ले लिया है जिन्हें तटस्थ रहना चाहिए।
यहां इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (IJA) द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'इंडिया इनसाइट्स' में राहुल ने संवाददाताओं को बताया कि भारत जोड़ो यात्रा इसलिए जरूरी हो गई, क्योंकि हमारे लोकतांत्रिक ढांचे पर बर्बर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया, संस्थागत ढांचे, न्यायपालिका, संसद सभी पर हमले हो रहे हैं। हमें सामान्य तरीकों से लोगों के मुद्दे रखने में बहुत मुश्किल हो रही है।उन्होंने कहा कि बीबीसी को इस बारे में अभी पता चला है, लेकिन भारत में यह सिलसिला पिछले नौ साल से लगातार चल रहा है। सभी जानते हैं कि पत्रकारों को डराया धमकाया जाता है। उन पर हमले किए जाते हैं।
वहीं सरकार की तरफदारी करने वाले पत्रकारों को पुरस्कृत किया जाता है। यह एक पैटर्न का हिस्सा है और मैं इसमें कुछ अलग होने की उम्मीद नहीं करूंगा। राहुल ने कहा कि अगर बीबीसी सरकार के खिलाफ लिखना बंद कर दे, तो सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सारे मामले गायब हो जाएंगे। राहुल ने खेद व्यक्त किया कि अमेरिका और यूरोप सहित दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से यह संज्ञान लेने में विफल रहे कि लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया गया है।
राहुल से जब यह पूछा गया कि क्या आप अगले पीएम उम्मीदवार होंगे? इस पर उन्होंने कहा इस पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। सेंट्रल आइडिया भाजपा और आरएसएस को हराना है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कैंब्रिज लेक्चर में उन्होंने कभी कुछ भी गलत नहीं कहा है। बीजेपी को चीजों को तोड़-मरोड़ कर पेश करना पसंद है।
(प्रियांशु )