समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा की भाजपा बताए क्या किसान की आय दोगुनी हुई
लखनऊ ,11 दिसंबर । अखिलेश यादव संकट मोचन धाम परिसर, नगला मर्दान, सैफई में मनीष यादव 'पतरे' के यहां आयोजित शादी समारोह में वर-वधू को आशीर्वाद देने आए थे। इस सूचना पर आए पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाएंगे? जिस सरकार की अर्थव्यवस्था चैपट हो, 60 से 70 प्रतिशत तक बजट का पैसा खर्च न हो पा रहा हो, गड्ढे न भर पा रहे हों, गरीब को अस्पताल में इलाज न मिल पा रहा हो, वह क्या वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 की बहुत बड़ी तैयारी हो रही है। उत्तर प्रदेश से ही भाजपा आई थी, सन् 2014 में वे सत्ता में आए थे, सन् 2024 में सत्ता के बाहर चले जाएंगे। सवाल वैसे के वैसे हैं, भाजपा वाले बताएं कि क्या किसान की आय दुगनी हुई? क्या धान खरीदा गया?
भाजपा सरकार द्वारा इन्वेस्टर समिट के नाम पर 40 लाख करोड़ रू0 के निवेश का दावा सिर्फ कागज पर है, जमीन पर विकास नहीं है। सुनने में तो यह आया है कि जिन्होंने एमओयू किए थे, वे ढूंढे नहीं मिल रहे है। सरकारी मशीनरी उन्हें तलाश रही है। पूंजीवादी सरकार में प्रदेश का विकास संभव नहीं है।कहा एक समय पर इत्र कारोबारी का पैसा पकड़ा गया था और समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाने के लिए बाकायदा प्रोपेगेंडा हुआ था।
जनता जानना चाहती है कि जिस इत्र व्यापारी के ढाई सौ करोड़ रूपये पकड़े गए थे, सुनने में आ रहा उसका पैसा वापस कर दिया गया। नोटबंदी पर भाजपा को माफी मांगनी चाहिए क्योंकि आज भी लोग काला धन बना रहे है। यह भाजपा की पॉलिसी की गलती है। अब तो लॉकरों से नोटो की गड्डियां निकल रही है।