केरल की विजयन सरकार ें दिनों दो तरफ़ा आक्रमण झेल रही है एक तरफ कोरोना के बढ़ते केस सरकार को परेशान कर रहे है तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विजयन सरकार को चुनाव में तगड़ा झटका लग रहा है |
केंद्र की सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है अब मार्क्सवादियों को अपना अंतिम किला बचाने के लिए अपना पूरा दम ख़म लगाना पड़ेगा |
हलाकि विजयन सरकार केरल में लोकप्रिय है पर हाल में हुए कुछ विवादों में मुख्यमंत्री का नाम भी आ जाना उनकी छवि को प्रभावित कर रहा है |
दूसरी तरफ उनके विपक्ष में न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी है बल्कि संघ के समर्पित कार्यकर्त्ता जो बरसो से वह संघर्ष कर रहे है वो भी इस सरकार को उखड फेकने में सहयोग कर रहे है विगत कई सालो में केरल में संघ के प्रचारक सहित कई कार्यकर्ताओ पर हमले हुए है जिनमे कई की मौत हुई संघ की लड़ाई के परिणाम इस चुनाव् में दिखाई पद सकते है |
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