पत्रकारिता विभाग की श्रेया ने आर्टिकल -15 फिल्म में अपने दमदार अभिनय का जलवा बिखेरा
Shreya Awasthi तुमसे पहली मुलाक़ात एक गीत के सिलसिले में हुई। Unicef के किसी कैंपेन के लिए Govind Pandey सर ने गीत लिखने को कहा था। गीत तुम्हें गाना था। गीत लिख कर तुम्हारे साथ सिटिंग हुई। तुमने बात बात में वहीं बैठे बैठे गीत कंपोज कर दिया था। बेहद प्रभावी और असरदार कम्पोजिशन थी। उससे पहले नाम सुना था कि अभिनय और गायन में दखल रखने वाली एक प्रतिभाशाली लड़की मास्टर्स बैच में आई है। उस मुलाक़ात के बाद सुनी हुई बात अभुभव में उतर आई। और उस दिन के बाद श्रेया तुम्हारे भीतर के कलाकार से पहचान बन गई। बाद के दिनों में अगल अलग मंचों और अवसरों पर मिलते रहे। इधर अचानक पता चला कि चर्चित फिल्म आर्टिकल 15 में अभिनय का मौका मिला है तुम्हें। आज फिल्म देख कर आया और स्क्रीन पर तुम्हें देखना किस सुखद अहसास से दो चार होना था। उन्हें शब्द देकर बेअसर नहीं करूंगा। एक सोंधी सी संतुष्टि, एक मखमली संतोष भीतर तक उतरता रहा। ये फिल्म सवाल भी करती है, जवाब भी देती है और आइना भी हो जाती है। ऐसी फ़िल्म से जुड़ना यादगार रहेगा तुम्हारे लिए और तुम्हारे जुड़ने के बदौलत हम सभी पत्रकारिता विभाग परिवार के सदस्यों के लिए भी। ये फ़िल्म इसलिए भी ख़ास रही है मेरे लिए क्योंकि इसके लेखक अज़ीज़ साथी भाई Gaurav Solanki रहे हैं। और इसे देखते हुए कई बार ऐसा अहसास होता रहा जैसे ये मेरी अपनी फ़िल्म है, अपनों की फ़िल्म है। गायन और कला में भविष्य सोने की चादर ओढ़े तुम्हारी राह तक रहा है। आगे बढ़ो श्रेया, मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ है। और आखरी में आत्मविश्वास से लबरेज़ बेहद प्रभावी भूमिका निभाने और आर्टिकल 15 का हिस्सा बनने के लिए बधाई श्रेया।
साभार अनुराग अनंत की फेसबुक वाल से