वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत के चलते सिंहपुर ब्लॉक अधिकतर गांवो के वनो का हो रहा सफाया
अमेठी जनपद के ब्लॉक सिंहपुर के कई गांव में वन विभाग द्वारा बड़ी मात्रा में पेड़ लगाए गए परंतु उनकी देख रेख न होने के कारण वन विभाग के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की स्थानीय लकड़ी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत के चलते पेड़ों का सफाया हो रहा है ।
इस संबंध में क्षेत्र के एक प्रबुद्ध व्यक्ति प्रवीण कुमार शुक्ला आदि ने प्रमुख वन संरक्षक उत्तर प्रदेश शासन को शिकायती पत्र भेज कर अवगत कराया है ब्लॉक सिंहपुर के ग्राम रतवलिया,मंझार,जेहटा,उसरहा ,महिया, सिंदुरिया, मेहमानपुर, इन्हौना और टिकरी गांव में हज़ारों एकड़ वन विभाग का जंगल है और इसकी देख रेख करने वाला कोई भी विभागीय अधिकारी ने होने के कारण स्थानीय माली जिसको वन की देख रेख का जिम्मा विभाग द्वारा सौपा गया है उसके वन माफियाओं से गहरी पैठ है और उन्हीं वन माफियाओं से मिलकर वन विभाग की संपत्ति का सौदा हो जाता है जिसका परिणाम ये है बड़ी मात्रा में प्रतिदिन पेड़ो की कटाई हो रही है और ये सब क्षेत्रीय वनाधिकारी की जानकारी में हो रहा है ।कहावत है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाय तो वनों का क्या होगा ।
शिकायतकर्ता इलेक्ट्रॉनिक टीवी चैनल के पत्रकार प्रवीण कुमार शुक्ला, उमेश कुमार शर्मा, मोहम्मद वसीम , रमेश कुमार गुप्ता सहित कई लोगो ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में कई बार इस बात को लाने का कार्य किया परंतु कोई भी कार्यवाही नही हो सकी है ।
प्रमुख वन संरक्षक को भेजे शिकायती पत्र में आगे कहा गया है कि ग्राम सभा मेहमानपुर मे वन विभाग द्वारा वर्ष 2019 व 20 में वृक्ष लगाने के लिए जमीन ली गई थी उस भूमि पर तकरीबन 400 पेड़ लगाए गए थे शेष भूमि पर वृक्षारोपड़ नही किया गया जबकि निराई और गुड़ाई के नाम पर पैसे की बंदरबांट कर ली गई ।
इतना ही नही ग्राम टिकरी में तो वन विभाग के जमीन पर कई व्यक्तियो ने आलीशान मकान बनवा दिया है। जिसकी शिकायत तहसीलदार से की गई तो प्रशासन की मौजूदगी में उक्त मकान को गिराया गया कुछ समय बीतने के बाद रेंज अधिकारी लाल जी मौर्य और निचले कर्मचारियों की मिलीभगत दुबारा उक्त मकान को बनवा दिया गया ।
क्षेत्र में कई कोयले भट्ठियां चल रही है जो नियम विरुद्ध है तथा वन विभाग की अनदेखी के चलते कई आरा मशीनें भी चल रही है जो विभाग को अच्छा खासा चूना लगा रही है ।
यहां पर एक बात उल्लेखनीय है कि जो भी अवैध धंधें चल रहे है वो सभी क्षेत्रीय वनाधिकारी की सह पर चल रहे है ।क्षेत्र में पैसा लेकर लकड़ी ठेकेदारों से अवैध कटान करायी जा रही है वन माफिया वन विभाग की शह पर फल फूल रहे है ।
शिकायतकर्ता ने सिंहपुर ब्लॉक के वन विभाग से आच्छादित क्षेत्र के संबंध में जांच कराए जाने की मांग प्रमुख वन संरक्षक उत्तर प्रदेश शासन से की है ।
अब देखना ये है कि शासन कितनी गंभीरता से इस मामले को संज्ञान लेता है ,यदि इस संबंध में यदि कोई कोई कार्यवाही नही की गई तो विभाग के स्थानीय अधिकारियों की शह पर वन माफियाओं के हौसिले और बढ़ जाएंगे और विभाग को करोड़ो का चूना प्रत्येक वर्ष लगता रहेगा ।