उत्तराखंड: विभाग व विद्यालयों के बीच सेतु का काम करेंगे बीआरपी व सीआरपी

Update: 2025-09-11 04:55 GMT



समग्र शिक्षा परियोजना के अंतर्गत ब्लॉक रिसोर्स पर्सन एवं कलस्टर रिसोर्स पर्सन का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। आने वाले समय में बीआरपी व सीआरपी जहां विद्यालय और विभाग के बीच सेतु का काम करेंगे, वहीं दूसरी ओर शिक्षा को रोचक बनाने में भी अपना योगदान देंगे। जिससे शिक्षा व्यवस्था में निश्चित रूप से सुधार आयेगा।



प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बुधवार को एससीईआरटी सभागार में बीआरपी-सीआरपी अभिमुखीकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में समग्र शिक्षा के अंतर्गत वर्षों से रिक्त चल रहे सीआरपी-बीआरपी के 955 पदों पर आउटसोर्स के माध्यम से भर्ती की गई है, जिसके लिये विभाग के साथ ही शासन स्तर पर लम्बी कसरत की गई। उन्होंने बताया कि बीआरपी-सीआरपी की भर्ती रोजगार प्रयाग पोर्टल के माध्यम से की गई है।

जिसके तहत पहले अभ्यर्थियों का चयन रेण्डमाइजेशन प्रक्रिया से किया जाना था, जिसमें इस बात की संभावना थी कि अधिकतम अंकों के साथ ही कम से कम अंक वाले अभ्यर्थियों का भी चयन हो सकता था। इसी बात को ध्यान में रखते हुये निर्णय लिया गया कि अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिये, जिसके लिये सेवा योजना विभाग के शासनादेश में संशोधन का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी चयनित अभ्यर्थी शिक्षा की बेहतरी के लिये अपना विशेष योगदान देने के साथ ही अपने कार्य एवं दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्वक करेंगे।

प्रशिक्षण के प्रथम दिन एससीईआरटी की निदेशक वंदना गर्ब्याल ने बीआरपी के पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को स्कूली शिक्षा के तहत विभिन्न क्रियाकलापों की जानकारी देते हुये उन्हें बेहतरी से अपने कार्यों के सम्पादन के गुर बताये। जबकि समग्र शिक्षा के एपीडी कुलदीप गैरोला ने बताया कि मुख्य रूप से बीआरपी को प्रमुख रूप से स्कूल, टीचर्स और स्टूडेंट को अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान करना है, जिसके संबंध में विस्तृत जानकारी प्रशिक्षण के दौरान दी जायेगी।

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